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झांसी: आयुष्मान कार्ड बनवाने में लोगों में भ्रम, सीएमओ कार्यालय पहुंचे 250 से ज्यादा लोग

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Published : Sep 24, 2019, 8:57 PM IST

यूपी के झांसी के सीएमओ कार्यालय में अब तक 250 से ज्यादा लोग नए आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आवेदन कर चुके हैं. स्वास्थ्य महकमे के अफसरों का कहना है कि 2011 के सामाजिक, जातिगत, आर्थिक सर्वे में जो लोग शामिल नहीं हुए थे, वे लाभार्थी नहीं हो सकते हैं.

आयुष्मान कार्ड बनवाने में अभी भी लोगों में कई तरह के भ्रम.

झांसी: आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को लेकर अभी भी लोगों में कई तरह के भ्रम की स्थिति बनी हुई है. इस भ्रम के कारण बहुत सारे नए लोग आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं. जिले के सीएमओ कार्यालय में 250 से ज्यादा आवेदन नए आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आ चुके हैं. आयुष्मान कार्ड के लाभार्थियों का चयन 2011 की जातिगत, आर्थिक, सामाजिक जनगणना के आधार पर किया गया है और फिलहाल किसी तरह से नए लोगों का नाम जुड़ना सम्भव नहीं है.

आयुष्मान कार्ड बनवाने में अभी भी लोगों में कई तरह के भ्रम.

सर्वे के आधार पर मिलेगा आयुष्मान योजना का लाभ

  • आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का सरकार व्यापक पैमाने पर प्रचार प्रसार कर रही है.
  • इस योजना का लाभ उठाने के लिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के आर्थिक रूप से कमजोर लोग कार्ड बनवाने की कोशिश करते हैं.
  • सरकार ने इस योजना के लाभार्थियों का चयन 2011 की सामाजिक, आर्थिक, जातिगत जनगणना के आधार पर किया है.
  • ऐसे में इस सर्वे में छूट गए लोग इस योजना में फिलहाल शामिल नहीं किये जा सकते हैं.
  • जिन लोगों को इस योजना के पात्रता की जानकारी नहीं है, वे लोग सरकारी दफ्तरों में पहुंचकर योजना का लाभ दिलाने की मांग कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें- झांसी: DM की सहकारिता विभाग के साथ समीक्षा बैठक, दिए कड़े निर्देश

मेरे नए आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए लगभग 250 प्रार्थना पत्र आये हैं. आवेदक खुद को गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर बताते हैं. साल 2011 में जातिगत, सामाजिक और आर्थिक जनगणना हुई थी, उसके आधार पर जो लाभार्थी पोर्टल पर अपलोड है, उनका कार्ड बनाया जा सकता है. लिस्ट में न तो हम कोई नाम जोड़ सकते हैं न घटा सकते हैं.
-डॉ. सुशील प्रकाश, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, झांसी

झांसी: आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को लेकर अभी भी लोगों में कई तरह के भ्रम की स्थिति बनी हुई है. इस भ्रम के कारण बहुत सारे नए लोग आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं. जिले के सीएमओ कार्यालय में 250 से ज्यादा आवेदन नए आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आ चुके हैं. आयुष्मान कार्ड के लाभार्थियों का चयन 2011 की जातिगत, आर्थिक, सामाजिक जनगणना के आधार पर किया गया है और फिलहाल किसी तरह से नए लोगों का नाम जुड़ना सम्भव नहीं है.

आयुष्मान कार्ड बनवाने में अभी भी लोगों में कई तरह के भ्रम.

सर्वे के आधार पर मिलेगा आयुष्मान योजना का लाभ

  • आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का सरकार व्यापक पैमाने पर प्रचार प्रसार कर रही है.
  • इस योजना का लाभ उठाने के लिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के आर्थिक रूप से कमजोर लोग कार्ड बनवाने की कोशिश करते हैं.
  • सरकार ने इस योजना के लाभार्थियों का चयन 2011 की सामाजिक, आर्थिक, जातिगत जनगणना के आधार पर किया है.
  • ऐसे में इस सर्वे में छूट गए लोग इस योजना में फिलहाल शामिल नहीं किये जा सकते हैं.
  • जिन लोगों को इस योजना के पात्रता की जानकारी नहीं है, वे लोग सरकारी दफ्तरों में पहुंचकर योजना का लाभ दिलाने की मांग कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें- झांसी: DM की सहकारिता विभाग के साथ समीक्षा बैठक, दिए कड़े निर्देश

मेरे नए आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए लगभग 250 प्रार्थना पत्र आये हैं. आवेदक खुद को गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर बताते हैं. साल 2011 में जातिगत, सामाजिक और आर्थिक जनगणना हुई थी, उसके आधार पर जो लाभार्थी पोर्टल पर अपलोड है, उनका कार्ड बनाया जा सकता है. लिस्ट में न तो हम कोई नाम जोड़ सकते हैं न घटा सकते हैं.
-डॉ. सुशील प्रकाश, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, झांसी

Intro:समरी - झांसी के सीएमओ कार्यालय में अब तक 250 से ज्यादा लोग नए आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आवेदन कर चुके हैं। स्वास्थ्य महकमे के अफसरों का कहना है कि 2011 के सामाजिक, जातिगत, आर्थिक सर्वे में जो लोग शामिल नहीं हुए थे, वे लाभार्थी नहीं हो सकते।

झांसी. आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को लेकर अभी भी लोगों में कई तरह के भ्रम की स्थिति बनी हुई है। इस भ्रम के कारण बहुत सारे नए लोग आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। अकेले झांसी के सीएमओ कार्यालय में 250 से ज्यादा आवेदन नए आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आ चुके हैं जबकि आयुष्मान कार्ड के लाभार्थियों का चयन 2011 की जातिगत, आर्थिक, सामाजिक जनगणना के आधार पर किया गया है और फिलहाल किसी तरह से नए लोगों का नाम जुड़ना सम्भव नहीं है।


Body:दरअसल आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का सरकार व्यापक पैमाने पर प्रचार प्रसार कर रही है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के आर्थिक रूप से कमजोर लोग कार्ड बनवाने की कोशिश करते हैं। सरकार ने इस योजना के लाभार्थियों का चयन 2011 की सामाजिक, आर्थिक, जातिगत जनगणना के आधार पर किया है। ऐसे में इस सर्वे में छूट गए लोग इस योजना में फिलहाल शामिल नहीं किये जा सकते। जिन लोगों को इस योजना के पात्रता की जानकारी नहीं है, वे लोग सरकारी दफ्तरों में पहुँचकर योजना का लाभ दिलाने की मांग कर रहे हैं।


Conclusion:झांसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुशील प्रकाश बताते हैं कि मेरे पास लगभग 250 प्रार्थना पत्र आये हैं नए आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए। आवेदक खुद को गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर बताते हैं। साल 2011 में जातिगत, सामाजिक और आर्थिक जनगणना हुई थी, उसके आधार पर जो लाभार्थी पोर्टल पर अपलोड है, उनका कार्ड बनाया जा सकता है। लिस्ट में न तो हम कोई नाम जोड़ सकते हैं न घटा सकते हैं।

बाइट - डॉ सुशील प्रकाश - मुख्य चिकित्सा अधिकारी, झांसी

लक्ष्मी नारायण शर्मा
झांसी
9454013045
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