झांसी: जनपद में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. कोरोना संक्रमितों की मौत के बढ़ते आंकड़ों से चिंतित कमिश्नर सुभाष चन्द्र शर्मा ने मंगलवार को कमिश्नरी सभागार में बैठक बुलाई. कमिश्नर ने निजी अस्पतालों, सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों के साथ ही स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के अफसरों के साथ चर्चा की.
कमिश्नर सुभाष चन्द्र शर्मा ने बताया कि झांसी की हालत पिछले कुछ दिनों से ज्यादा खराब हो रही है. यहां मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. मंगलवार को जिले में 112 नए मामले सामने आए हैं. लोग सामने आकर बताने में देर कर रहे हैं. इसी वजह से कोरोना संक्रमितों के परिवार के अन्य लोग भी इससे ग्रस्त हो जा रहे हैं.
250 बेड के अस्पताल में मात्र 14 मरीज भर्ती
कमिश्नर ने आगे बताया कि हमारे पास 1200 से 1300 की क्षमता का एल 1 अस्पताल है. यदि जरूरत पड़ेगी तो सेना की व्यवस्थाओं का हम उपयोग करेंगे. इस समय झांसी में 400 एक्टिव कोरोना मरीज हैं. मेडिकल कॉलेज की अपनी सीमा है और वहां स्थिति अब खराब हो रही है. साठ की इमरजेंसी की क्षमता को हम नब्बे पर चला रहे हैं. नॉन कोविड मरीजों के कारण मेडिकल की इमरजेंसी फुल हो गई है. उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल को ज्यादा मरीज भर्ती करने के आदेश दिए गए हैं. जिला अस्पताल में इस समय सिर्फ 14 मरीज भर्ती हैं, जबकि यह 250 बेड का अस्पताल है.
झांसी: कमिश्नर ने निजी और सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों के साथ बैठक की
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में कमिश्नर सुभाष चन्द्र शर्मा ने निजी और सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों के साथ बैठक की. इस बैठक में कोरोना मरीजों के प्रबंधन की व्यवस्था पर चर्चा की गयी. जिले में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है.
झांसी: जनपद में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. कोरोना संक्रमितों की मौत के बढ़ते आंकड़ों से चिंतित कमिश्नर सुभाष चन्द्र शर्मा ने मंगलवार को कमिश्नरी सभागार में बैठक बुलाई. कमिश्नर ने निजी अस्पतालों, सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों के साथ ही स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के अफसरों के साथ चर्चा की.
कमिश्नर सुभाष चन्द्र शर्मा ने बताया कि झांसी की हालत पिछले कुछ दिनों से ज्यादा खराब हो रही है. यहां मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. मंगलवार को जिले में 112 नए मामले सामने आए हैं. लोग सामने आकर बताने में देर कर रहे हैं. इसी वजह से कोरोना संक्रमितों के परिवार के अन्य लोग भी इससे ग्रस्त हो जा रहे हैं.
250 बेड के अस्पताल में मात्र 14 मरीज भर्ती
कमिश्नर ने आगे बताया कि हमारे पास 1200 से 1300 की क्षमता का एल 1 अस्पताल है. यदि जरूरत पड़ेगी तो सेना की व्यवस्थाओं का हम उपयोग करेंगे. इस समय झांसी में 400 एक्टिव कोरोना मरीज हैं. मेडिकल कॉलेज की अपनी सीमा है और वहां स्थिति अब खराब हो रही है. साठ की इमरजेंसी की क्षमता को हम नब्बे पर चला रहे हैं. नॉन कोविड मरीजों के कारण मेडिकल की इमरजेंसी फुल हो गई है. उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल को ज्यादा मरीज भर्ती करने के आदेश दिए गए हैं. जिला अस्पताल में इस समय सिर्फ 14 मरीज भर्ती हैं, जबकि यह 250 बेड का अस्पताल है.