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स्वतंत्रता संग्राम सेनानी झलकारी बाई की जयंती मनाई - झलकारी बाई के वंशजों का सम्मान

उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में रविवार को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीरांगना झलकारी बाई की जयंती मनाई गई. इस अवसर पर उनके शौर्य व बलिदान को याद किया गया.

जयंती समारोह में सम्मान
जयंती समारोह में सम्मान
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Published : Nov 22, 2020, 7:07 PM IST

झांसीः जिले में रविवार को वीरांगना झलकारी बाई की 190वीं जयंती मनाई गई. इस अवसर पर जनपद में कई कार्यक्रम आयोजित हुए. उन्नाव गेट अंदर स्थित झलकारी बुर्ज पर कार्यक्रम का आयोजन कर झलकारी बाई को नमन किया गया और उनके वंशजों का सम्मान किया गया. साथ ही उनकी जन्मस्थली झांसी के भोजला गांव में प्रतिमा स्थापित कराए जाने का संकल्प लिया.

शॉल ओढ़ाकर सम्मान
झलकारी बाई की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद उनके वंशज रामस्वरूप राज और कोरी समाज महा पंचायत के अध्यक्ष घनश्याम दास वर्मा को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया. इस दौरान मिठाई का भी वितरण किया गया. कार्यक्रम के दौरान स्थानीय सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के लोग मौजूद रहे.

प्रतिमा स्थापित कराने का संकल्प
राष्ट्र गौरव समिति संस्थान के अध्यक्ष मनीराम कुशवाहा ने कहा कि झलकारी बाई की जन्मस्थली भोजला में प्रतिमा स्थापित कराए जाने का संकल्प सभी ने मिलकर लिया है. वे सन 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में महारानी लक्ष्मी बाई की महिला सेनापति के रूप में लड़ीं. अंग्रेजी सेना के खिलाफ रानी के भेष में युद्धस्थल पर पहुंचकर डटकर मुकाबला किया और वीरगति को प्राप्त हुईं. उनके बलिदान से प्रेरणा लेकर देश की आजादी, एकता और अखंडता को बनाए रखने का संकल्प लेना चाहिए.

झांसीः जिले में रविवार को वीरांगना झलकारी बाई की 190वीं जयंती मनाई गई. इस अवसर पर जनपद में कई कार्यक्रम आयोजित हुए. उन्नाव गेट अंदर स्थित झलकारी बुर्ज पर कार्यक्रम का आयोजन कर झलकारी बाई को नमन किया गया और उनके वंशजों का सम्मान किया गया. साथ ही उनकी जन्मस्थली झांसी के भोजला गांव में प्रतिमा स्थापित कराए जाने का संकल्प लिया.

शॉल ओढ़ाकर सम्मान
झलकारी बाई की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद उनके वंशज रामस्वरूप राज और कोरी समाज महा पंचायत के अध्यक्ष घनश्याम दास वर्मा को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया. इस दौरान मिठाई का भी वितरण किया गया. कार्यक्रम के दौरान स्थानीय सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के लोग मौजूद रहे.

प्रतिमा स्थापित कराने का संकल्प
राष्ट्र गौरव समिति संस्थान के अध्यक्ष मनीराम कुशवाहा ने कहा कि झलकारी बाई की जन्मस्थली भोजला में प्रतिमा स्थापित कराए जाने का संकल्प सभी ने मिलकर लिया है. वे सन 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में महारानी लक्ष्मी बाई की महिला सेनापति के रूप में लड़ीं. अंग्रेजी सेना के खिलाफ रानी के भेष में युद्धस्थल पर पहुंचकर डटकर मुकाबला किया और वीरगति को प्राप्त हुईं. उनके बलिदान से प्रेरणा लेकर देश की आजादी, एकता और अखंडता को बनाए रखने का संकल्प लेना चाहिए.

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