झांसीः बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के ललित कला संस्थान में फाइन आर्ट्स समिट के तहत शनिवार को प्रसिद्ध चित्रकार अमृता शेरगिल की 108वीं जयंती मनाई गई. कार्यक्रम में शहर के समाजसेवी, चित्रकार और ललितकला संस्थान के विद्यार्थी मौजूद रहे. इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया.
अमृता शेरगिल का अहम योगदान
कार्यक्रम में मौजूद समाजसेविका अनुराधा शर्मा ने कहा कि भारतीय चित्रकला के नए आयाम को स्थापित करने में अमृता शेरगिल का अहम योगदान है. 'तीन बहनें' और 'हाट की ओर' जैसी कृतियों में भारतीय परिदृश्य प्रदर्शित होता है. कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिष्ठित दैनिक समाचार पत्र के निदेशक यशोवर्धन गुप्त ने कहा कि कलाकार एक संसार रचता है और सृजनकर्ता होता है.
'कलाकार की नजर में बसता है संसार'
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. देवेश निगम ने कहा कि कला से ही हम जीवन की राह सीखते हैं. कलाकार की नजर में एक पूरा संसार बसता है. विशिष्ट अतिथि कुलसचिव नारायण प्रसाद ने कहा कि रंग में वह जादू है जो रंगने वाले, भींगने वाले और देखने वाले तीनों के मन को विभोर कर देते हैं.
कलावृत्त के तहत हुआ प्रोग्राम
कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. श्वेता पांडेय ने बताया कि आज अमृता शेरगिल की 108वीं जयंती है. उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश के अनुसार कलावृत के अंतर्गत इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. उन्होंने कहा कि कलावृत्त कलाकारों के योगदान को याद करने का पूरा प्रयास करता है.