ETV Bharat / state

मेडिकल कॉलेज की कोबाल्ट मशीन के गायब होने की जांच की मांग - महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज

झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज से कोबाल्ट मशीन गायब होने का आरोप लगाया गया है. बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने डीएम कार्यालय पहुंचकर शिकायती पत्र देकर जांच कमेटी गठित करने की मांग की.

etv bharat
कोबाल्ट मशीन के गायब होने की जांच
author img

By

Published : Dec 26, 2020, 1:12 PM IST

झांसी: जिले के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के कैंसर विभाग से कोबाल्ट मशीन के गायब होने के मामले की जांच कराने की डीएम से मांग की गई है. गुरूवार को बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने डीएम कार्यालय पहुंचकर शिकायती पत्र देकर जांच कमेटी गठित करने की मांग की. डीएम को ज्ञापन देने से पहले बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर इस संबंध में जानकारी चाही, लेकिन वहां से कोई जानकारी नहीं मिली. बाद में मोर्चा के कार्यकर्ता डीएम कार्यालय पहुंचे और मामले की शिकायत कर जांच और कार्रवाई की मांग की.

शिकायती पत्र में लगाए गए हैं आरोप

शिकायती पत्र में कहा गया है कि बुंदेलखंड में साल 2005 से कैंसर के मरीजों का इलाज कोबाल्ट मशीन से किया जाता था. अक्टूबर 2020 में कैंसर विभाग में सिकाई के लिए लगी हुई कोबाल्ट मशीन से बडी संख्या में लोग लाभान्वित हो रहे थे. साल 2016 में कोबाल्ट मशीन को चलाने के लिए कैंसर विभाग मेडिकल काॅलेज झांसी से पत्र लिखा गया था. कर्मचारियों की कमी दिखाकर मशीन को सुचारू रूप से नहीं चलाया जा रहा था.

बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय ने बताया कि यह मशीन सीटी स्कैन से भी बड़े आकार की थी, जिसे क्रेन की मदद से उठाया जा सकता था. शीर्ष अधिकारियों की जानकारी के बिना यह मशीन नहीं हटाई जा सकती है. समयबद्व उच्चस्तरीय जांच नहीं कराए जाने पर बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा आमरण अनशन करेगा.

झांसी: जिले के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के कैंसर विभाग से कोबाल्ट मशीन के गायब होने के मामले की जांच कराने की डीएम से मांग की गई है. गुरूवार को बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने डीएम कार्यालय पहुंचकर शिकायती पत्र देकर जांच कमेटी गठित करने की मांग की. डीएम को ज्ञापन देने से पहले बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर इस संबंध में जानकारी चाही, लेकिन वहां से कोई जानकारी नहीं मिली. बाद में मोर्चा के कार्यकर्ता डीएम कार्यालय पहुंचे और मामले की शिकायत कर जांच और कार्रवाई की मांग की.

शिकायती पत्र में लगाए गए हैं आरोप

शिकायती पत्र में कहा गया है कि बुंदेलखंड में साल 2005 से कैंसर के मरीजों का इलाज कोबाल्ट मशीन से किया जाता था. अक्टूबर 2020 में कैंसर विभाग में सिकाई के लिए लगी हुई कोबाल्ट मशीन से बडी संख्या में लोग लाभान्वित हो रहे थे. साल 2016 में कोबाल्ट मशीन को चलाने के लिए कैंसर विभाग मेडिकल काॅलेज झांसी से पत्र लिखा गया था. कर्मचारियों की कमी दिखाकर मशीन को सुचारू रूप से नहीं चलाया जा रहा था.

बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय ने बताया कि यह मशीन सीटी स्कैन से भी बड़े आकार की थी, जिसे क्रेन की मदद से उठाया जा सकता था. शीर्ष अधिकारियों की जानकारी के बिना यह मशीन नहीं हटाई जा सकती है. समयबद्व उच्चस्तरीय जांच नहीं कराए जाने पर बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा आमरण अनशन करेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.