झांसीः झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर वीरांगना लक्ष्मीबाई के नाम से कर दिया गया है, जिसकी लोग सराहना भी कर रहे हैं. लेकिन वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो वीरांगना लक्ष्मीबाई के आगे या पीछे झांसी नाम अंकित किये जाने की मांग कर रहे हैं. इसी बात को लेकर झांसी में धीरे-धीरे विरोध प्रदर्शन अब बढ़ता जा रहा है. झांसी के कई सामाजिक संगठन और राजनीतिक संगठन अपने-अपने स्तर से इसका विरोध भी कर रहे हैं.
इसी बीच बहुजन समाज पार्टी के पूर्व विधायक कैलाश साहू ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ डीआरएम झांसी से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने एक ज्ञापन भी सौंपा. बहुजन समाज पार्टी के पूर्व विधायक कैलाश साहू का कहना है कि झांसी रेलवे स्टेशन का नाम वीरांगना लक्ष्मीबाई के नाम से परिवर्तित किया जाना सराहनीय है. लेकिन झांसी में विभिन्न संस्थाओं और आम जनमानस ये मांग कर रही है कि रेलवे स्टेशन के परिवर्तित नाम के आगे या पीछे झांसी भी लिखा जाए.
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ऐसा इसलिए क्यों कि झांसी का नाम इतिहास के पन्नों में अंकित है. झांसी में अनेकों गौरवशाली महापुरुषों ने जन्म लेकर झांसी का नाम गौरवान्वित किया है. इसलिए झांसी वासियों की जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सरकार से अनुरोध है कि झांसी रेलवे स्टेशन के नाम के आगे या पीछे झांसी लगाने का कष्ट करें. वहीं बुधवार को सांसद की तरफ से आए जवाब में उन्होंने कहा था कि बदले हुए नाम में झांसी न लिखा जाना एक टेक्निकल गलती है. गृह मंत्रालय रेलवे मंत्रालय से उन्होंने बात की है इस को जल्द ठीक करवा दिया जाएगा. इस पर बीएसपी के पूर्व विधायक ने कहा है कि रेलवे प्रशासन द्वारा इतनी बड़ी गलती कैसे हो गई. जिसकी जांच होनी चाहिए. इसके लिए दोषियों को सजा भी मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती से बात करेंगे. इस आंदोलन में बहुजन समाज पार्टी पीछे नहीं हटेगी, इसके लिए चाहे जितना बड़ा आंदोलन करना पड़े बहुजन समाज पार्टी करेगी.