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भाकियू ने किया किसान सत्याग्रह, उठाईं स्थानीय समस्याएं - झांसी में किसान आंदोलन

यूपी के झांसी में गुरुवार को भाकियू के पदाधिकारियों ने किसान सत्याग्रह का आयोजन किया. इस दौरान किसानों ने तीनों कृषि कानूनों को जमकर विरोध किया. भाकियू पदाधिकारियों ने सत्याग्रह के माध्यम से स्थानीय समस्याओं को उठाते हुए उनके निराकरण की मांग की.

भाकियू ने किया किसान सत्याग्रह
भाकियू ने किया किसान सत्याग्रह
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Published : Feb 4, 2021, 8:06 PM IST

Updated : Feb 4, 2021, 8:16 PM IST

झांसीः भारतीय किसान यूनियन(भाकियू) के पदाधिकारियों ने गुरुवार को बुढ़िया गांव में किसान सत्याग्रह का आयोजन किया. इस दौरान यूनियन के पदाधिकारियों ने दिल्ली में चल रहे आन्दोलन का समर्थन करते हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की. इसके साथ ही सत्याग्रह में गांव के लोगों ने स्थानीय समस्याओं को उठाते हुए उनके निराकरण की मांग की.

डेढ़ सौ से ज्यादा किसानों की मौत
किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि दिल्ली बार्डर पर चल रहे आंदोलन में अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी है. सरकार को किसानों की मांग पर ध्यान देते हुए तीनों कानूनों को वापस ले लेना चाहिए और एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून तैयार करना चाहिए.

'तीनों कानूनों में हो संशोधन'
भारतीय किसान यूनियन किसान के प्रधान राष्ट्रीय महासचिव प्रताप सिंह बुंदेला ने कहा कि किसान चाहते हैं कि तीनों कृषि कानूनों को वापस कर उनमें संशोधन किया जाए. जब किसान ही नहीं चाह रहा है तो कानून किस लिए हैं. स्थानीय स्तर पर भी बहुत सारी समस्याएं हैं, जिनका निराकरण होना चाहिए. सिंचाई के लिए पानी, बीज, केसीसी, बैंक ऋण, आवारा जानवर, बदहाल गोशाला जैसी समस्याओं पर सरकार कुछ नहीं कर रही है. हम किसानों को जागरूक करने के लिए किसान जागरण यात्रा कर रहे हैं.

झांसीः भारतीय किसान यूनियन(भाकियू) के पदाधिकारियों ने गुरुवार को बुढ़िया गांव में किसान सत्याग्रह का आयोजन किया. इस दौरान यूनियन के पदाधिकारियों ने दिल्ली में चल रहे आन्दोलन का समर्थन करते हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की. इसके साथ ही सत्याग्रह में गांव के लोगों ने स्थानीय समस्याओं को उठाते हुए उनके निराकरण की मांग की.

डेढ़ सौ से ज्यादा किसानों की मौत
किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि दिल्ली बार्डर पर चल रहे आंदोलन में अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी है. सरकार को किसानों की मांग पर ध्यान देते हुए तीनों कानूनों को वापस ले लेना चाहिए और एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून तैयार करना चाहिए.

'तीनों कानूनों में हो संशोधन'
भारतीय किसान यूनियन किसान के प्रधान राष्ट्रीय महासचिव प्रताप सिंह बुंदेला ने कहा कि किसान चाहते हैं कि तीनों कृषि कानूनों को वापस कर उनमें संशोधन किया जाए. जब किसान ही नहीं चाह रहा है तो कानून किस लिए हैं. स्थानीय स्तर पर भी बहुत सारी समस्याएं हैं, जिनका निराकरण होना चाहिए. सिंचाई के लिए पानी, बीज, केसीसी, बैंक ऋण, आवारा जानवर, बदहाल गोशाला जैसी समस्याओं पर सरकार कुछ नहीं कर रही है. हम किसानों को जागरूक करने के लिए किसान जागरण यात्रा कर रहे हैं.

Last Updated : Feb 4, 2021, 8:16 PM IST
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