झांसी: थाना उल्दन में सोमवार को एक युवक ने चाकू से गला काट लिया था. इसको लेकर कई सवाल उठ रहे थे. यह मामला संज्ञान में आते ही अपर पुलिस महानिदेशक आलोक सिंह ने जांच के आदेश दिए. जांच पुलिस अधीक्षक ग्रामीण को सौंपी गई है.
थाना उल्दन के ग्राम बीजना निवासी विनोद अहिरवार के घर में 18 जनवरी को चोरी हो गई थी. वह परिवार के साथ दिल्ली में रह रहे थे. इसकी वजह से घर पर ताला लगा हुआ था. विनोद ने 21 जनवरी को चोरी का मुकदमा दर्ज कराते हुए गांव के पुष्पेंद्र अहिरवार और दो अन्य पर शक जाहिर किया था. पुलिस का कहना था कि उन्होंने पुष्पेंद्र को पूछताछ के लिए बुलाया था. वह अंकित और जीवन के साथ थाने पर आया था. यहां पर पूछताछ के दौरान उसने लघुशंका के लिए कहा. इसके बाद वह बाहर निकला और चाकू से अपना गला काट लिया. उसको मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. सर्जरी होने के बाद चिकित्सकों ने उसको वार्ड में सिफ्ट कर दिया. चिकित्सकों ने उसकी हालत में सुधार होने की बात कही. इस घटना में कई सवाल उठे थे.
घटना के बाद सोमवार देर रात परिजनों ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर जमकर हंगामा किया था. परिजनों ने अस्पताल में भर्ती पुष्पेंद्र से पुलिस द्वारा मिलने न देने की बात कही थी. पुलिस ने कहा था कि घटना के वक्त पुष्पेंद्र के साथ जीवन और अंकित थे. जीवन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इसमें जीवन कह रहा है कि वह घटना के दिन सुबह से झांसी में अपनी बेटी का इलाज करा रहा था. इसके अस्पताल में सीसीटीवी फुटेज मौजूद हैं. एक सवाल और भी है कि आखिरकार पुष्पेंद्र के पास चाकू कहां से आया. साथ ही परिजनों ने 4 दिन पहले पुलिस द्वारा उठाए जाने सहित कई आरोप लगाए थे. इस मामले में पुलिस अपर महानिदेशक आलोक सिंह ने बताया कि जानकारी मिलने पर तत्काल मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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