झांसी: साइबर जालसाजी ने एसी रिपेयर सेंटर के नाम पर गूगल पर फर्जी हेल्पलाइन नम्बर डालकर एक उपभोक्ता को जाल में फंसाकर 67 हजार रुपये से अधिक रकम ठग ली. जनपद के शहर कोतवाली क्षेत्र के फ्रेंड्स कॉलोनी के रहने वाले साइबर ठगी के शिकार आशुतोष सिंह नाम के पीड़ित ने केस दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की है. पुलिस ने पीड़ित के शिकायती पत्र के आधार पर अज्ञात जालसाज के खिलाफ आईटी एक्ट और धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है.
ठगी के शिकार आशुतोष के मुताबिक उसने प्रतिष्ठित कम्पनी की एसी कुछ महीने पहले खरीदी थी. उसमें कुछ समस्या आने पर गूगल पर कम्पनी का हेल्पलाइन नम्बर खोजकर उस पर सम्पर्क किया तो वहां से एक ऑनलाइन फार्म भरने और दस रुपये की फीस ऑनलाइन जमा करने को कहा. ऑनलाइन फार्म भरने और फीस ट्रांसफर करने के दौरान दूसरी ओर से एक लिंक भेजा गया. इस लिंक पर विवरण भरने के कुछ ही समय बाद उसके मोबाइल फोन के सभी पेमेंट ऐप्स से कुछ ही देर में 16 ट्रांजिशन हुए और 67,989 रुपये खाते से उड़ गए.
आशुतोष ने खाते से पैसा निकल जाने के बाद जानकारी की तो पता चला कि गूगल पर सर्च के दौरान जो हेल्पलाइन नम्बर मिला था, वह उस एसी कम्पनी का नहीं बल्कि किसी जालसाज गिरोह का नम्बर था. इसके बाद आशुतोष ने शहर कोतवाली पुलिस को पूरे घटना की कहानी बताते हुए शिकायती पत्र दिया. शिकायती पत्र के आधार पर पुलिस ने अज्ञात जालसाज के खिलाफ 420 और 66 डी आईटी एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है और विवरण के आधार पर मामले की जांच की जा रही है.
AC रिपेयर कराने के लिए कस्टमर केयर को किया फोन, खाते से निकल गए 67 हजार रुपये
ठगी के मामले रुकने के नाम नहीं ले रहे. आम लोगों को ठगने के लिए ठग तरह तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. उनकी मेहनत से कमाए लाखों रुपयों को एक क्लिक में सफाचट कर जाते हैं. ऐसा ही मामला झांसी शहर से आया है. जहां एसी रिपेयर सेंटर के नाम पर गूगल पर फर्जी हेल्पलाइन नम्बर डालकर एक उपभोक्ता को जाल में फंसाकर 67 हजार रुपये से अधिक रकम ठग ली गई.
झांसी: साइबर जालसाजी ने एसी रिपेयर सेंटर के नाम पर गूगल पर फर्जी हेल्पलाइन नम्बर डालकर एक उपभोक्ता को जाल में फंसाकर 67 हजार रुपये से अधिक रकम ठग ली. जनपद के शहर कोतवाली क्षेत्र के फ्रेंड्स कॉलोनी के रहने वाले साइबर ठगी के शिकार आशुतोष सिंह नाम के पीड़ित ने केस दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की है. पुलिस ने पीड़ित के शिकायती पत्र के आधार पर अज्ञात जालसाज के खिलाफ आईटी एक्ट और धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है.
ठगी के शिकार आशुतोष के मुताबिक उसने प्रतिष्ठित कम्पनी की एसी कुछ महीने पहले खरीदी थी. उसमें कुछ समस्या आने पर गूगल पर कम्पनी का हेल्पलाइन नम्बर खोजकर उस पर सम्पर्क किया तो वहां से एक ऑनलाइन फार्म भरने और दस रुपये की फीस ऑनलाइन जमा करने को कहा. ऑनलाइन फार्म भरने और फीस ट्रांसफर करने के दौरान दूसरी ओर से एक लिंक भेजा गया. इस लिंक पर विवरण भरने के कुछ ही समय बाद उसके मोबाइल फोन के सभी पेमेंट ऐप्स से कुछ ही देर में 16 ट्रांजिशन हुए और 67,989 रुपये खाते से उड़ गए.
आशुतोष ने खाते से पैसा निकल जाने के बाद जानकारी की तो पता चला कि गूगल पर सर्च के दौरान जो हेल्पलाइन नम्बर मिला था, वह उस एसी कम्पनी का नहीं बल्कि किसी जालसाज गिरोह का नम्बर था. इसके बाद आशुतोष ने शहर कोतवाली पुलिस को पूरे घटना की कहानी बताते हुए शिकायती पत्र दिया. शिकायती पत्र के आधार पर पुलिस ने अज्ञात जालसाज के खिलाफ 420 और 66 डी आईटी एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है और विवरण के आधार पर मामले की जांच की जा रही है.