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16000 किसानों को नहीं मिलेगा बीमा क्लेम, जानिए वजह - Kharif crop insurance claim

झांसी में खरीफ फसल 2019 में हुए नुकसान में बाकी बचे लगभग 43 हजार 448 लाभार्थियों में से 16 हजार किसानों को बीमा क्लेम नहीं मिलेगा. बैंकों ने डेटा मिसमैच बताकर इनके क्लेम से इनकार कर दिया है.

सांकेतिक तस्वीर
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Published : Jan 15, 2021, 6:40 PM IST

Updated : Jan 15, 2021, 6:56 PM IST

झांसी: जिले में खरीफ फसल 2019 में हुए नुकसान में बाकी बचे लगभग 43 हजार 448 लाभार्थियों में से 16 हजार किसानों को बीमा क्लेम नहीं मिलेगा. बैंकों ने डेटा मिसमैच बताकर इनके क्लेम से इनकार कर दिया है. पिछले लगभग एक साल से जनपद भर के किसान बीमा क्लेम के इंतजार में हैं और यह मामला शासन के भी संज्ञान में आ चुका है. बैंकों और बीमा कंपनियों की लापरवाही से बड़ी संख्या में किसानों को बीमा से वंचित होना पड़ेगा.

डीएम ने बताया कि किसानों को क्यों नहीं मिलेगा बीमा क्लेम
खरीफ फसल वर्ष 2019 में झांसी जनपद के 2,37,887 किसानों ने फसल बीमा कराया था और इनमें से सभी किसानों का प्रीमियम भी काटा गया था. बीमा कंपनी ने 1 लाख 38 हजार 493 किसानों को फसलों के नुकसान के क्लेम का भुगतान किया और बाकी 43 हजार 448 किसानों को अभी तक बीमा क्लेम नहीं दिया जा सका है. बीमा कंपनी जनपद के 23 हजार 219 किसानों को अपात्र घोषित कर चुकी है, जिस पर जिला प्रशासन ने आपत्ति की थी. बैंकों ने बहुत सारे किसानों के बारे में यह जानकारी दी है कि उनके डेटा उपलब्ध नहीं हो पा रहा है.डीएम आंद्रा वामसी ने बताया कि "मुख्य रूप से पन्द्रह हजार का डेटा एसबीआई से पेंडेंसी है. एसबीआई ने कहा है कि डेटा मिसमैच है और इनके लाभार्थी नहीं मिल पा रहे हैं. कुल सोलह हजार लाभार्थियों का डेटा मिसमैच होने की वजह से हम कार्रवाई पूरी नहीं कर पाएंगे. इस डेटा को लॉक कराने के बाद अन्य लाभार्थियों को मुआवजे की रकम प्रदान की जाएगी, जो लगभग इक्कीस करोड़ के आस-पास है.

झांसी: जिले में खरीफ फसल 2019 में हुए नुकसान में बाकी बचे लगभग 43 हजार 448 लाभार्थियों में से 16 हजार किसानों को बीमा क्लेम नहीं मिलेगा. बैंकों ने डेटा मिसमैच बताकर इनके क्लेम से इनकार कर दिया है. पिछले लगभग एक साल से जनपद भर के किसान बीमा क्लेम के इंतजार में हैं और यह मामला शासन के भी संज्ञान में आ चुका है. बैंकों और बीमा कंपनियों की लापरवाही से बड़ी संख्या में किसानों को बीमा से वंचित होना पड़ेगा.

डीएम ने बताया कि किसानों को क्यों नहीं मिलेगा बीमा क्लेम
खरीफ फसल वर्ष 2019 में झांसी जनपद के 2,37,887 किसानों ने फसल बीमा कराया था और इनमें से सभी किसानों का प्रीमियम भी काटा गया था. बीमा कंपनी ने 1 लाख 38 हजार 493 किसानों को फसलों के नुकसान के क्लेम का भुगतान किया और बाकी 43 हजार 448 किसानों को अभी तक बीमा क्लेम नहीं दिया जा सका है. बीमा कंपनी जनपद के 23 हजार 219 किसानों को अपात्र घोषित कर चुकी है, जिस पर जिला प्रशासन ने आपत्ति की थी. बैंकों ने बहुत सारे किसानों के बारे में यह जानकारी दी है कि उनके डेटा उपलब्ध नहीं हो पा रहा है.डीएम आंद्रा वामसी ने बताया कि "मुख्य रूप से पन्द्रह हजार का डेटा एसबीआई से पेंडेंसी है. एसबीआई ने कहा है कि डेटा मिसमैच है और इनके लाभार्थी नहीं मिल पा रहे हैं. कुल सोलह हजार लाभार्थियों का डेटा मिसमैच होने की वजह से हम कार्रवाई पूरी नहीं कर पाएंगे. इस डेटा को लॉक कराने के बाद अन्य लाभार्थियों को मुआवजे की रकम प्रदान की जाएगी, जो लगभग इक्कीस करोड़ के आस-पास है.
Last Updated : Jan 15, 2021, 6:56 PM IST
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