जौनपुर: कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन में अन्य राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को लाने का काम अब ट्रेन से शुरू हो गया है. गुजरात में फंसे यूपी के 56 जिलों के 1200 मजदूरों को लेकर साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन देर रात जौनपुर जंक्शन पर पहुंची. जैसे ही ट्रेन जौनपुर जंक्शन पहुंची तो यात्री काफी खुश दिखाई दिए. वहीं रेलवे के द्वारा इस संकट की घड़ी में टिकट के पैसे वसूले जाने का उनमे अफसोस भी दिखाई दिया.
![migrant laborers reached jaunpur from ahmedabad](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-jau-01b-labors-special-train-pkg-7204009_05052020165854_0505f_1588678134_101.jpg)
मजदूरों ने बताया कि उनसे साबरमती जंक्शन पर यात्रा के लिए 710 रुपये लिए गए. जौनपुर जिला प्रशासन ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए सभी यात्रियों को ट्रेन से उतारा. स्वास्थ्य विभाग की टीम ट्रेन से आये हुए 1200 मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण कर, बसों के माध्यम से उनके गृह जिलों में भेजा गया. इस मौके पर जनपद के जिलाधिकारी समेत स्वास्थ्य अधिकारी भी मौजूद रहे.
![migrant laborers reached jaunpur from ahmedabad](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-jau-01b-labors-special-train-pkg-7204009_05052020165854_0505f_1588678134_525.jpg)
एक तरफ जहां मजदूरों को घर पहुंचने की खुशी है, तो वहीं कोरोना संकट के दौर में पैसे वसूले जाने का अफसोस भी है. वाराणसी के रहने वाले विकास पटेल ने बताया कि वह अहमदाबाद से ट्रेन में बैठे थे. उन्हें एक पास पकड़ाया गया था, जिसके बदले उनसे 710 रुपये का किराया भी वसूला गया है. वहीं दूसरे यात्री नरेंद्र ने बताया कि वह कोरोना के चलते फंस गए थे. अहमदाबाद से चली इस ट्रेन में आए हैं. उनसे भी टिकट के पैसे लिए गए हैं.
जिलाधिकारी ने दी जानकारी
जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि गुजरात से साबरमती एक्सप्रेस 1200 मजदूरों को लेकर जौनपुर जंक्शन पर पहुंची है. स्वास्थ्य विभाग की टीम सभी का स्वास्थ्य परीक्षण करेगी. कोरोना का लक्षण नहीं मिलने पर सभी को नाश्ता कराकर बसों से नि:शुल्क उनके जिलों में भेजा जाएगा.
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उन्होंने बताया कि प्रदेश के 56 जिलों के लोग इस ट्रेन से आए हैं, जिनमें जौनपुर के 162 मजदूर शामिल हैं. जो लोग जौनपुर के हैं, उन्हें क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा. वहां उनका स्वास्थ्य परीक्षण होगा, जिसके बाद उन्हें भोजन किट देकर उनके घर भेजा जाएगा.