जौनपुरः जल शक्ति मंत्रालय पूरे देश में अब पानी बचाने की मुहिम चला रहा है. जिले के 8 ब्लॉक में भूमिगत जलस्तर खतरे के निशान से नीचे चला गया है, जिसके चलते जिले में पीने का साफ पानी भी लोगों को बड़ी मुश्किल से मिल पा रहा है. ऐसी स्थिति में भी सरकारी इमारतों में बारिश के पानी के संरक्षण को लेकर कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं.
अधिकारी कर रहे लापरवाही-
अधिकारी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने की बात तो कह रहे हैं, लेकिन हकीकत में जिला अस्पताल से लेकर जिलाधिकारी कार्यालय और विकास भवन तक में रेन वाटर की बर्बादी हो रही है. जिले के सरकारी इमारतों में बारिश के दिनों में रोज लाखों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है. अगर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया गया होता तो यह पानी भी भूमिगत जल स्तर को रिचार्ज करने में काफी मदद पहुंचाता.
सरकारी इमारतों में हो रही पानी की बर्बादी से अधिकारियों की जल संरक्षण को लेकर किए जा रहे प्रयासों में लापरवाही साफ देखी जा सकती है. वहीं जिला महिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आर एस सरोज ने बताया कि उनके अस्पताल में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं विकसित किया गया है और न ही इसके लिए अभी कोई प्रयास किया जा रहा है.
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इस अभियान से पहले भी कुछ भवन में रेन वटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगा था उसको ठीक किया जा रहा है. जिन सरकारी भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग नहीं लगा है उनमें लगाने के लिए काम किया जा रहा है. धीरे-धीरे सभी भवनों में यह सिस्टम लागू हो जाएगा.
-अरविंद मल्लप्पा बंगारी, जिलाधिकारी