ETV Bharat / state

जौनपुरः सरकारी भवनों में नहीं है रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, लाखों लीटर पानी हो रहा बर्बाद

उत्तर प्रदेश के जौनपुर में भूमिगत जल स्तर लगातार नीचे जा रहा है, जिसके चलते जल शक्ति मंत्रालय के अधीन काफी प्रयास किए जा रहे हैं. लेकिन जिले की सरकारी इमारतों में अभी भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को नहीं विकसित किया जा सका है.

लाखों लीटर पानी हो रहा बर्बाद.
author img

By

Published : Aug 23, 2019, 12:42 PM IST

जौनपुरः जल शक्ति मंत्रालय पूरे देश में अब पानी बचाने की मुहिम चला रहा है. जिले के 8 ब्लॉक में भूमिगत जलस्तर खतरे के निशान से नीचे चला गया है, जिसके चलते जिले में पीने का साफ पानी भी लोगों को बड़ी मुश्किल से मिल पा रहा है. ऐसी स्थिति में भी सरकारी इमारतों में बारिश के पानी के संरक्षण को लेकर कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं.

सरकारी भवनों में नहीं है रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम

अधिकारी कर रहे लापरवाही-
अधिकारी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने की बात तो कह रहे हैं, लेकिन हकीकत में जिला अस्पताल से लेकर जिलाधिकारी कार्यालय और विकास भवन तक में रेन वाटर की बर्बादी हो रही है. जिले के सरकारी इमारतों में बारिश के दिनों में रोज लाखों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है. अगर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया गया होता तो यह पानी भी भूमिगत जल स्तर को रिचार्ज करने में काफी मदद पहुंचाता.

सरकारी इमारतों में हो रही पानी की बर्बादी से अधिकारियों की जल संरक्षण को लेकर किए जा रहे प्रयासों में लापरवाही साफ देखी जा सकती है. वहीं जिला महिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आर एस सरोज ने बताया कि उनके अस्पताल में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं विकसित किया गया है और न ही इसके लिए अभी कोई प्रयास किया जा रहा है.

इसे भी पढ़ेंः- भगवान भरोसे है रोडवेज बसों में यात्रियों की सुरक्षा, मानकों से हो रहा खिलवाड़

इस अभियान से पहले भी कुछ भवन में रेन वटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगा था उसको ठीक किया जा रहा है. जिन सरकारी भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग नहीं लगा है उनमें लगाने के लिए काम किया जा रहा है. धीरे-धीरे सभी भवनों में यह सिस्टम लागू हो जाएगा.
-अरविंद मल्लप्पा बंगारी, जिलाधिकारी

जौनपुरः जल शक्ति मंत्रालय पूरे देश में अब पानी बचाने की मुहिम चला रहा है. जिले के 8 ब्लॉक में भूमिगत जलस्तर खतरे के निशान से नीचे चला गया है, जिसके चलते जिले में पीने का साफ पानी भी लोगों को बड़ी मुश्किल से मिल पा रहा है. ऐसी स्थिति में भी सरकारी इमारतों में बारिश के पानी के संरक्षण को लेकर कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं.

सरकारी भवनों में नहीं है रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम

अधिकारी कर रहे लापरवाही-
अधिकारी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने की बात तो कह रहे हैं, लेकिन हकीकत में जिला अस्पताल से लेकर जिलाधिकारी कार्यालय और विकास भवन तक में रेन वाटर की बर्बादी हो रही है. जिले के सरकारी इमारतों में बारिश के दिनों में रोज लाखों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है. अगर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया गया होता तो यह पानी भी भूमिगत जल स्तर को रिचार्ज करने में काफी मदद पहुंचाता.

सरकारी इमारतों में हो रही पानी की बर्बादी से अधिकारियों की जल संरक्षण को लेकर किए जा रहे प्रयासों में लापरवाही साफ देखी जा सकती है. वहीं जिला महिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आर एस सरोज ने बताया कि उनके अस्पताल में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं विकसित किया गया है और न ही इसके लिए अभी कोई प्रयास किया जा रहा है.

इसे भी पढ़ेंः- भगवान भरोसे है रोडवेज बसों में यात्रियों की सुरक्षा, मानकों से हो रहा खिलवाड़

इस अभियान से पहले भी कुछ भवन में रेन वटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगा था उसको ठीक किया जा रहा है. जिन सरकारी भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग नहीं लगा है उनमें लगाने के लिए काम किया जा रहा है. धीरे-धीरे सभी भवनों में यह सिस्टम लागू हो जाएगा.
-अरविंद मल्लप्पा बंगारी, जिलाधिकारी

Intro:जौनपुर।।जल शक्ति मंत्रालय पूरे देश में अब पानी बचाने की मुहिम चला रहा है। वहीं बारिश के पानी को सीधी भूमिगत ले जाने के लिए भी प्रयास व्यापक पैमाने पर शुरू कर दिए गए हैं। जौनपुर जनपद में 8 ब्लॉक भूमिगत जल स्तर के खतरे के निशान से नीचे पहुंचने पर डार्क जोन में चले गए हैं जिसके चलते जिले में पीने का साफ पानी भी लोगों को बड़ी मुश्किल से मिल पा रहा है। ऐसी स्थिति में अधिकारी सभी सरकारी इमारतों में बारिश की पानी के संरक्षण को लेकर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने की बात कह रहे हैं लेकिन हकीकत में जिला अस्पताल से जिलाधिकारी कार्यालय,विकास भवन में बारिश के पानी की हो रही बर्बादी से सरकारी प्रयासों की पोल खुल रही है। जिले के सरकारी इमारतों में बारिश के दिनों में रोज लाखों लीटर पानी बर्बाद होता है। अगर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया गया होता तो यह पानी भी भूमिगत जल स्तर को रिचार्ज करने में काफी मदद पहुंचाता।


Body:वीओ।।जौनपुर जिले में भूमिगत जल स्तर लगातार नीचे जा रहा है जिसके चलते जल शक्ति मंत्रालय के अधीन काफी प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन जिले की सरकारी इमारतों में अभी भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को नहीं विकसित किया जा सका है। जिसके चलते बारिश के दिनों में हर दिन कई हजारों लीटर पानी नालियों में बहकर बर्बाद हो जाता है। जौनपुर जिलाधिकारी कार्यालय विकास भवन और जिला अस्पताल की इमारत जितनी बड़ी है लेकिन इस इमारत में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं है जिसकी वजह से बारिश के दिनों में यहां हर रोज लाखो लीटर पानी बर्बाद हो जाता है ।अगर इस पानी का संरक्षण होता तो निश्चित रूप से भूमिगत जल स्तर को रिचार्ज करने में बड़ी मदद भी पहुंचती। यहां सरकारी इमारतों में हो रही पानी की बर्बादी से सरकारी अधिकारियों की जल संरक्षण को लेकर किए जा रहे प्रयासों में लापरवाही साफ देखी जा सकती है।


Conclusion:जिला महिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ आर एस सरोज ने बताया कि उनके अस्पताल में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं विकसित किया गया है और ना ही इसके लिए अभी कोई प्रयास किया जा रहा है।

बाइट-डॉ आर एस सरोज - अधीक्षक जिला महिला अस्पताल

जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने बताया कि सभी सरकारी भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग लगाने के लिए काम किया जा रहा है ।धीरे-धीरे सभी भवनों में यह सिस्टम लागू हो जाएगा।

बाइट-अरविंद मल्लप्पा बंगारी -जिलाधिकारी जौनपुर

पीटीसी

Dharmendra singh
jaunpur
9044681067
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.