जौनपुर: यूपी के जेलों से लगातार कैदियों के मोबाइल से बातचीत एवं शराब-जुआ खेलने के वीडियो वायरल हो रहे हैं. इसे देखते हुए जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन ने जिला जेल में कई बार संयुक्त सर्च अभियान चलाया, जिसमें 12 मोबाइल सहित अन्य सामान मादक पदार्थ बरामद हुए. जिला प्रशासन द्वारा सुर्ती एवं बीड़ी जैसे सामानों पर करवाई की.
इस कार्रवाई से कैदियों में रोष उत्पन्न हो गया. कैदी खाना सही से न मिलने को लेकर भूख हड़ताल पर चले गए. जब यह बात आलाकमान तक पहुंची तो डीआईजी जेल कैदियों से मिलने पहुंचे.
जिला कारागार में कैदियों की भूख हड़ताल-
- जिला कारागार के कैदियों ने खराब खाना मिलने का आरोप लगाकर रविवार रात भूख हड़ताल शुरू कर दिया.
- जेल प्रशासन के लाख कोशिशों के बाद भी कैदी नही माने तो डीआईजी जेल को जौनपुर आना पड़ा.
- करीब नौ घंटे की कड़ी मेहनत के बाद सफलता हासिल हुई.
- डीआईजी ने जेल प्रशासन को बचाते हुए इसका ठीकरा डीएम और एसपी के सिर पर फोड़ दिया है.
- उन्होने बताया कि डीएम और एसपी ने छापेमारी के दौरान सुर्ती बीड़ी प्रतिबंधित करने के कारण बंदी नाराज थे.
- बंदियो ने मीडिया से बातचीत में बताया कि जेल प्रशासन कैदियों को मानक के विपरित भोजन देता है.
- बंदियो के मुताबिक पुलिस वाले मोबाईल रखने के एवज में मोटी रकम वसूलते हैं.
सात जुलाई को डीएम एसपी ने जेल प्रशासन ने छापेमारी किया था. चेकिंग में एक दर्जन मोबाईल , शराब समेत भारी मात्रा में मादक प्रदार्थ बरामद हुआ था, जिसके बाद कैदियों ने मानक अनुरूप भोजन नहीं दिये जाने से नाराज होकर भूख हड़ताल शुरू कर दिया.
-विध्यवासिनी यादव,डीआईजी जेल