जौनपुर: जिले में पुलिसकर्मियों ने अवैध मांस की बिक्री का आरोप लगाकर महिलाओं के साथ मारपीट और अभद्रता की थी. पुलिस की इस बेरहम पिटाई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. इसके बाद विपक्षी दलों ने बीजेपी और प्रदेश की कानून व्यवस्था को घेरने का काम किया. इस मामले में दोषी पुलिसकर्मी खुलेआम घूम रहे हैं. वहीं शिकायत के बावजूद भी पुलिस ने न तो पीड़ितों का मेडिकल कराया है न ही उनकी रिपोर्ट दर्ज की.
जनपद में इन दिनों अपराध का ग्राफ काफी बढ़ा हुआ है, जिसके पीछे मारपीट और रंजिश के मामले प्रमुख करण हैं. कुछ मामलों में पुलिस भी जिम्मेदार है. ऐसा ही एक मामला थाना नेबढ़िया के सितम सराय से सामने आया है. यहां पर कुछ लोग अवैध रूप से मांस बेचने का काम लंबे समय से कर रहे थे. पुलिस उनसे हर महीने पैसे भी वसूलने का काम करती थी, लेकिन जब काम प्रभावित हुआ तो उन्होंने पैसे देने बंद कर दिया. ऐसे में पुलिस ने पैसा वसूलने का दूसरा तरीका अपनाया. पुलिस ने जोर जबरदस्ती तरीके से महिलाओं को बुरी तरह से पीटा, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस घटना को हुए 4 दिन हो चुके हैं, लेकिन अभी तक पीड़ित लोगों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
पीड़ित लोगों में एक व्यक्ति का हाथ टूट चुका है, जबकि एक महिला के शरीर पर अभी भी पुलिस पिटाई के निशान दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में बेरहम पुलिस के साथ-साथ बड़े अधिकारी और प्रशासन के अधिकारी भी इन लोगों को न्याय दिलाने में अक्षम साबित हो रहे हैं. पीड़ित महिला कलावती बताती है कि पुलिसकर्मियों ने उनकी बेरहमी से पिटाई की. लेकिन उन्हें अभी तक कोई न्याय नहीं मिला है.
पुलिस जब तक पैसा लेती थी, तब तक उनका काम ठीक था. उन्होंने पैसा देना बंद कर दिया तो पुलिस ने महिलाओं और पुरुषों के साथ खूब मारपीट की. इस घटना को हुए 4 दिन हो चुके हैं, लेकिन अभी न तो उनका मेडिकल कराया गया. न उनकी कोई रिपोर्ट लिखी गई.
रचना, पीड़िता