जौनपुर: लॉकडाउन के दौरान लोगों के रोजगार पर काफी असर हुआ है. वहीं किराए के मकान पर रह रहे लोगों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पैसे की कमी के चलते अपने मकान का किराया भी भरना उनके लिए मुश्किल हो रहा है. इसी के चलते कई जिलों में जिलाधिकारियों ने आदेश जारी किए हैं कि लॉकडाउन की अवधि के दौरान मकान मालिक अपने किराएदार से किराए की मांग न करें, लेकिन इसका कोई असर मकान मालिकों पर नहीं हो रहा है.
ऐसा ही एक मामला जिले के बदलापुर से सामने आया है, जहां पर बनारस के रहने वाले प्रीति और अभिषेक को उनके मकान मालिक ने आधी रात को घर से बाहर कर दिया. बनारस से आकर दंपत्ति ठेला लगाता था, लेकिन इन दिनों लॉकडाउन के चलते काम बंद होने की वजह से वह घर पर ही रह रहा था. वहीं जब मकान मालिक ने किराया मांगा तो उन्होंने पैसा न देने का हवाला दिया. इसके बाद मकानमालिक उनका सामान निकाल कर रात को ही घर से बाहर फेंकने लगे. पीड़ित अभिषेक की शिकायत पर पुलिस ने उन्हें दोबारा घर में प्रवेश दिलाया और मकान मालिक को हिदायत दी कि लॉकडाउन के दौरान ऐसा न करें.
मकान मालिक ने किराएदार को घर से निकाला
वाराणसी जनपद से आकर अभिषेक और प्रीति बदलापुर थाना क्षेत्र में ठेला खुमचा लगाकर मेहनत मजदूरी करके पेट पालते थे. वहीं कोरोना के चलते लॉकडाउन में उनका काम बंद हो गया. ऐसे में परिवार से मकान मालिकिन ने किराये की मांग की, लेकिन जब पैसे न दिए तो उसे घर से बाहर निकाल दिया.
मकान मालिकिन की दबंगई से गरीब परिवार ने पुलिस का सहारा लिया. थाने के पुलिसकर्मी मनोज गिरी और जितेन्द्र ने मौके पर पहुंचकर गरीब पीड़ितों को पुनः रूम में प्रवेश करवाते हुए मकान मालिकिन को हिदायत दिया और लॉकडाउन तक किराया नहीं लेने की बात कही है.