जौनपुर: लॉकडाउन में अपने जिलों में लौट रहे प्रवासी मजदूरों को मनरेगा के तहत रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएं जा रहे है. जिसके अंतर्गत जनपद के 1749 गांव में से 1342 में मनरेगा के तहत काम चल रहा है. जिसमें 49020 श्रमिकों में 3024 प्रवासी मजदूर को काम दिया गया हैं.
जॉब कार्ड की व्यवस्था
डीसी मनरेगा भूपेंद्र सिंह का कहना है कि जितने भी प्रवासी मजदूर काम की मांग कर रहे हैं. उनके लिेए जॉब कार्ड की व्यवस्था की गई है. जनपद के 1749 गांव में से 1342 में काम चल रहा है. जिसमें 49020 श्रमिकों मे 3024 प्रवासी मजदूर काम कर रहे हैं. इनका पेमेंट मास्टर रोल पूरा होने के 8 दिन के अंदर दिए जाने का प्रावधान है.
यह काम कराया जा रहा
भूपेंद्र सिंह का कहना है कि जनपद में मजदूरों से चकमार्ग पर काम कराया जा रहा है. जल संरक्षण के लिए सरकार का विशेष ध्यान है. जिसके तहत 300 तालाबों की खुदाई का कार्य किया जा रहा है. नालों की सफाई एवं बंधा निर्माण का कार्य किया जा रहा है.
वरदान साबित हो रही स्कीम
गरीबों को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत गरीबों को बड़ा फायदा हो रहा है. लॉकडाउन में जब ज्यादातर उद्योग धंधे बंद हैं ऐसे में गरीबों के लिए मनरेगा स्कीम वरदान साबित हो रही है. जिसके तहत जनपद में लगभग 50,000 के करीब मजदूरों को रोजगार का अवसर उपलब्ध हुआ हैं.