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जौनपुर: मोहर्रम में ताजिया निकालने को लेकर डीएम से मिले धर्मगुरु

उत्तर प्रदेश के जौनपुर में मुस्लिम धर्म गुरुओं ने मोहर्रम के मौके पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ताजिया निकालने और दफन करने को लेकर जिलाधिकारी से मिले. जिलाधिकारी ने उनकी मांग पर विचार करने को कहा है.

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जिलाधिकारी से मिले मुस्लिम गुरु
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Published : Aug 18, 2020, 5:09 PM IST

जौनपुर: मोहर्रम के जुलूस को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के तरफ से गाइडलाइन जारी की गई है. कोरोना वायरस के चलते मोहर्रम पर इस बार जुलूस नहीं निकाला जाएगा. यह पहला मौका है, जब मोहर्रम के जुलूस पर पाबंदी लगाई गई है.

डीएम से मिले मुस्लिम धर्मगुरु

मंगलवार को जिले में मुस्लिम धर्म गुरुओं का एक दल जिलाधिकारी से मिलने पहुंचा. उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की है कि इस बार मोहर्रम के मौके पर ताजिया को एक दो लोगों के साथ निकालने और उन्हें दफन करने की इजाजत दी जाए. इस तरीके से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मोहर्रम में निकलने वाले ताजिए को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया जाएगा.

मुस्लिम समुदाय के लोग मोहर्रम के त्योहार को लेकर तैयारियां कर रहे हैं, लेकिन इस बार कोरोना के चलते मोहर्रम के जुलूस निकालने पर सरकार ने रोक लगाई हुई है. सरकार के दिशा निर्देश के बाद मुस्लिम समुदाय में गहरी निराशा भी है, क्योंकि यह पहला मौका है, जब मोहर्रम का जुलूस नहीं निकाला जाएगा.

अयोध्या में डीएम ने दी है इजाजत
अयोध्या में जिलाधिकारी ने सीमित संख्या में लोगों को ताजिया निकालने और उसे दफन करने की इजाजत दी है. इसी आदेश को लेकर मुस्लिम धर्म गुरुओं का एक दल जिलाधिकारी से मिलने पहुंचा. जिलाधिकारी ने उनकी मांग पत्र पर विचार करने की बात कही है.

इमामे जुमा महफुसुल हसन ने बताया कि मोहर्रम के मौके पर सीमित संख्या में लोगों के द्वारा ताजिया निकालने और उसे दफन करने की इजाजत लेने के लिए हम जिलाधिकारी के पास आए थे. उन्होंने हमारी मांग पर विचार करने को कहा है.

जौनपुर: मोहर्रम के जुलूस को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के तरफ से गाइडलाइन जारी की गई है. कोरोना वायरस के चलते मोहर्रम पर इस बार जुलूस नहीं निकाला जाएगा. यह पहला मौका है, जब मोहर्रम के जुलूस पर पाबंदी लगाई गई है.

डीएम से मिले मुस्लिम धर्मगुरु

मंगलवार को जिले में मुस्लिम धर्म गुरुओं का एक दल जिलाधिकारी से मिलने पहुंचा. उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की है कि इस बार मोहर्रम के मौके पर ताजिया को एक दो लोगों के साथ निकालने और उन्हें दफन करने की इजाजत दी जाए. इस तरीके से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मोहर्रम में निकलने वाले ताजिए को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया जाएगा.

मुस्लिम समुदाय के लोग मोहर्रम के त्योहार को लेकर तैयारियां कर रहे हैं, लेकिन इस बार कोरोना के चलते मोहर्रम के जुलूस निकालने पर सरकार ने रोक लगाई हुई है. सरकार के दिशा निर्देश के बाद मुस्लिम समुदाय में गहरी निराशा भी है, क्योंकि यह पहला मौका है, जब मोहर्रम का जुलूस नहीं निकाला जाएगा.

अयोध्या में डीएम ने दी है इजाजत
अयोध्या में जिलाधिकारी ने सीमित संख्या में लोगों को ताजिया निकालने और उसे दफन करने की इजाजत दी है. इसी आदेश को लेकर मुस्लिम धर्म गुरुओं का एक दल जिलाधिकारी से मिलने पहुंचा. जिलाधिकारी ने उनकी मांग पत्र पर विचार करने की बात कही है.

इमामे जुमा महफुसुल हसन ने बताया कि मोहर्रम के मौके पर सीमित संख्या में लोगों के द्वारा ताजिया निकालने और उसे दफन करने की इजाजत लेने के लिए हम जिलाधिकारी के पास आए थे. उन्होंने हमारी मांग पर विचार करने को कहा है.

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