जौनपुर: जिले के मुंगरा बादशाहपुर क्षेत्र के पांच गांव इन दिनों रहस्यमय बीमारी की चपेट में हैं. बीमारी की वजह से गांव के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. गांव के कई बच्चे अपने पैरों पर खड़े होने की उम्र में विकलांगता का शिकार हो गए हैं. इस बीमारी के कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है.
इन गांवों में फैली इस बीमारी अब युवक और युवतियों पर भारी पड़ रही है. शादी करने का सपना संजोए युवकों के लिए इन गांव में जब रिश्ते नहीं आ रहे हैं. यहां की लड़कियों की शादी भी अब नहीं हो पा रही है, जिसकी वजह से इन पांच गांवों में कुंवारे युवक और युवतियों की संख्या सैकड़ों में पहुंच गई है. बीमारी फैलने की डर की वजह से यहां कोई शादी करना नहीं चाहता है.
परिजनों को सता रही बच्चों की शादी की चिंता
रोशनी नामक युवती के परिजन उसकी शादी करना चाहते हैं, लेकिन कोई भी रिश्ता उसके शादी के लिए नहीं मिल पा रहा है, क्योंकि युवती को इस बीमारी ने अपनी चपेट में ले लिया है. पिता राधेश्याम को बेटी की बढ़ती उम्र की चिंता सता रही है और उसकी शादी न हो पाने का दुख भी है. राधेश्याम इस बीमारी की वजह से इतने परेशान हैं कि वह अब पूरे परिवार के साथ आत्महत्या करने की सोचते हैं.
चंद्रकली देवी फुतुपुर गांव की निवासी हैं. चंद्रकली देवी की बेटी सोनिका की उम्र 30 साल होने जा रही है, लेकिन बीमारी की वजह से कोई भी उससे शादी करने के लिए तैयार नहीं है.
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फुतुपुर गांव में बीमारी के चलते लोग विकलांगता का शिकार हो रहे हैं. गांव के पानी की जांच भी कराई गई, जिसमें कुछ भी नहीं निकला. इस बीमारी के इलाज के लिए कुछ बच्चों को इलाहाबाद मेडिकल कॉलेज भेजा गया. वहां भी इस बीमारी को लाइलाज बताया गया. अब इस बीमारी की विस्तृत जांच के लिए मेडिकल कॉलेज और बीएचयू को पत्र लिखा गया है.
-डॉ. रामजी पांडे, मुख्य चिकित्सा अधिकारी