जौनपुर: मुंबई सहित अन्य राज्यों से प्रवासी मजदूरों का ट्रेन और सड़क मार्ग से आने का सिलसिला तेज हो गया है. ऐसे में इन प्रवासी मजदूरों में कोरोना का संक्रमण भी तेजी से फैल रहा है. अब प्रदेश के सभी जनपद कोरोना वायरस प्रभावित हो चुके हैं.
जौनपुर के एक गांव के लोगों ने गांव में प्रवासी मजदूरों को घुसने से रोक दिया है. वजह साफ है कि गांव को सुरक्षित रखना है. इन्हीं प्रवासी मजदूरों के चलते ही जौनपुर में पिछले 3 दिनों के भीतर 6 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. अब गांव के लोगों ने इस वैश्विक बीमारी से अपने ग्रामीणों को बचाने के लिए यह कदम उठाया है.
पिछले 1 हफ्ते से गांव के रहने वाले मुंबई से लोगों के आने का सिलसिला तेज हो गया है. ऐसे में गांव में कहीं संक्रमण न फैल जाए, इसलिए गांव के बाहर एक प्राइमरी स्कूल में लोगों को बंद किया जाने लगा है.
गांव के बाहर ही 1 प्राथमिक स्कूल को क्वारंटीन सेंटर के रूप में तैयार किया गया है. स्कूल में वर्तमान में 25 लोगों को रखा गया है. मिली जानकारी के मुताबिक ये सभी लोग मुंबई से लौटे थे, जिन्हें घर तक पहुंचने नहीं दिया गया, बल्कि सीधे यहीं स्कूल में ही पहुंचा दिया गया. इनके परिजनों इन्हें सोने के लिए चारपाई और खाने के लिए खाना भी समय-समय से पहुंचा रहे हैं .
मुंबई से लौटे विकास यादव ने बताया कि गांव में उन्हें घुसने नहीं दिया गया. सीधे स्कूल में जाने को कहा गया. अब यहां पर 14 दिनों तक रहना है. इस दौरान घर वाले ही खाना पानी दे रहे हैं.
इसे भी पढ़ें:-औरैया सड़क हादसे पर कार्रवाई: वाहन मालिकों पर मुकदमा दर्ज, 2 थानेदार निलंबित