जौनपुर: कम पानी में खेती करने के लिए कृषि विभाग की तरफ से स्प्रिंकल योजना शुरू की गई. इस योजना के माध्यम से जौनपुर जनपद में 289 किसानों का चयन किया गया. इसमें 1 करोड़ 10 लाख रुपये की योजना का लाभ चयनित किसानों को दिया गया. वहीं अब इस योजना में घोटाले की बात सामने आ रही है.
जौनपुर में यह योजना इन दिनों सुर्खियों में है क्योंकि इस योजना के कई ऐसे लाभार्थी हैं जिनका नाम इस योजना की लिस्ट में तो है लेकिन उन्हें इसके बारे में पता तक नहीं है. वहीं कई ऐसे भी लाभार्थी हैं, जिनको गांव में लोग जानते तक नहीं हैं. इस योजना को लेकर जनपद में जांच टीम बना दी गई है. 14 विकास खंडों में जांच भी शुरू हो गई है.
योजना में हुआ घोटाला
- जौनपुर के आठ विकासखंड पानी की कमी के चलते डार्क जोन में हैं.
- ऐसे में कृषि विभाग की तरफ से जिले के 14 विकास खंडों में कम पानी में खेती के लिए स्प्रिंकल योजना चलाई गई.
- एक करोड़ 10 लाख रुपये की इस योजना का लाभ 289 किसानों को दिया गया.
- इस योजना के माध्यम से किसानों को कम पानी में खेती करने के लिए प्रोत्साहित करना था, लेकिन इस योजना में घोटाले की बात सामने आ रही है.
- चयनित लाभार्थियों में कई ऐसे लाभार्थी भी हैं, जिनका नाम इस योजना की लिस्ट में है, लेकिन उन्हें इसके बारे में जानकारी तक नहीं है.
- दो ऐसे लाभार्थी भी हैं, जिनको गांव में कोई जानता तक नहीं है.
- ऐसे में सरकार की यह योजना फेल मानी जा रही है.
- कृषि विभाग की तरफ से एक जांच टीम बनाकर पूरी योजना की जांच शुरू कर दी गई है.