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मछली पकड़ने के लिए नदी में फेंका जाल, फिर हुआ ये कमाल

जौनपुर में मछली पकड़ने गए मल्लाह के जाल में एक मूर्ति फंस गई. बताया जा रहा है कि मूर्ति अष्टधातु की है. सूचना मिलने पर पुलिस ने मूर्ति को अपने कब्जे में ले लिया है.

जाल में फंसी अष्टधातु की मूर्ति.
जाल में फंसी अष्टधातु की मूर्ति.
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Published : Aug 7, 2021, 9:05 PM IST

जौनपुरः जिले के केराकत थाना क्षेत्र के सरोजा बड़ेउर घाट पर मछली पकड़ने के लिए फेंके गए जाल में मल्लाह को मूर्ति मिली है. यह कयास लगाया जा रहा है कि मूर्ति अष्टधातु की है. यह सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मूर्ति दर्शन के लिए इकट्ठा हो गए. देर शाम जाल में मूर्ति फसने की सूचना पुलिस को लगी. पुलिस ने मूर्ति को अपने कब्जे में ले लिया है.

रोजाना की ही तरह मछली पकड़ने के लिए मल्लाहों ने अपना जाल नदी में फेंका था. जब वह जाल वापस खींच रहे थे तो उन्हें भारी लग रहा था. उन्हें लगा कि शायद जाल में कोई पत्थर फस गया है. जब उन्होंने जाल खोला और पत्थर को साफ किया तो उनकी आंखें चमक गईं. उसमें मूर्ति फंसी हुई थी. वह मां दुर्गा की अष्टधातु मूर्ति की तरह प्रतीत हो रही थी.

यह खबर लगते ही भारी संख्या में लोग घाट पर इकट्ठा होने लगे. 12 भुजाओं की यह मूर्ति क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई. मल्लाह गोपाल ने कहा कि यह मूर्ति उनके जाल में फंसी है और वह चाहते हैं कि उनकी स्थापना उनके गांव में की जाए और मंदिर निर्माण कराया जाए.

इसे भी पढ़ें- प्रतापगढ़ में बना कोरोना माता का मंदिर, पूजा के लिए उमड़ रही भीड़

वही गांव के जय सिंह यादव का कहना है कि यह मूर्ति मल्लाह गोपाल के जाल में फंसी थी. उन्होंने कहा कि सरोज बड़ेउर और महादेव घाट के बीच पूरब की तरफ यह मूर्ति मिली है. पुलिस ने मूर्ति को अपने कब्जे में ले लिया. इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मूर्ति दर्शन के लिए वहां मौजूद थे.

इस संदर्भ में जानकारी देते हुए सीओ केराकत शुभम तोड़ी ने कहा की मूर्ति को पुलिस ने सकुशल अपने कब्जे में ले लिया है. इस संदर्भ में एसडीएम से बात कर पुरातत्व विभाग के लोगों को बुलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को समझाकर पुलिस ने मूर्ति सकुशल बरामद कर ली है.

जौनपुरः जिले के केराकत थाना क्षेत्र के सरोजा बड़ेउर घाट पर मछली पकड़ने के लिए फेंके गए जाल में मल्लाह को मूर्ति मिली है. यह कयास लगाया जा रहा है कि मूर्ति अष्टधातु की है. यह सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मूर्ति दर्शन के लिए इकट्ठा हो गए. देर शाम जाल में मूर्ति फसने की सूचना पुलिस को लगी. पुलिस ने मूर्ति को अपने कब्जे में ले लिया है.

रोजाना की ही तरह मछली पकड़ने के लिए मल्लाहों ने अपना जाल नदी में फेंका था. जब वह जाल वापस खींच रहे थे तो उन्हें भारी लग रहा था. उन्हें लगा कि शायद जाल में कोई पत्थर फस गया है. जब उन्होंने जाल खोला और पत्थर को साफ किया तो उनकी आंखें चमक गईं. उसमें मूर्ति फंसी हुई थी. वह मां दुर्गा की अष्टधातु मूर्ति की तरह प्रतीत हो रही थी.

यह खबर लगते ही भारी संख्या में लोग घाट पर इकट्ठा होने लगे. 12 भुजाओं की यह मूर्ति क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई. मल्लाह गोपाल ने कहा कि यह मूर्ति उनके जाल में फंसी है और वह चाहते हैं कि उनकी स्थापना उनके गांव में की जाए और मंदिर निर्माण कराया जाए.

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वही गांव के जय सिंह यादव का कहना है कि यह मूर्ति मल्लाह गोपाल के जाल में फंसी थी. उन्होंने कहा कि सरोज बड़ेउर और महादेव घाट के बीच पूरब की तरफ यह मूर्ति मिली है. पुलिस ने मूर्ति को अपने कब्जे में ले लिया. इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मूर्ति दर्शन के लिए वहां मौजूद थे.

इस संदर्भ में जानकारी देते हुए सीओ केराकत शुभम तोड़ी ने कहा की मूर्ति को पुलिस ने सकुशल अपने कब्जे में ले लिया है. इस संदर्भ में एसडीएम से बात कर पुरातत्व विभाग के लोगों को बुलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को समझाकर पुलिस ने मूर्ति सकुशल बरामद कर ली है.

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