जौनपुर: सरकार का लक्ष्य है किसानों की आय को 2022 तक दोगुनी कर दिया जाए, जिसके लिए किसानों की आय बढ़ाने वाले कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. किसान पाठशाला के माध्यम से जहां किसानों को खेती में लागत कम कर आय को बढ़ाने के तरीके बताए जा रहे हैं, वहीं सरकार के इस प्रयास से अब जौनपुर में किसानों की आय भी बढ़ने लगी है.
दरअसल, किसानों के लिए 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना' वरदान साबित हो रही है, क्योंकि इस योजना के माध्यम से मिलने वाले 6,000 रुपये से छोटे किसान खाद और बीज का इंतजाम कर रहे हैं, जो उनके लिए समय से खेती करने के लिए काफी उपयोगी है. सरकारी योजनाओं के द्वारा जफराबाद के कलंदरपुर गांव में 90 फीसदी किसान पारंपरिक खेती को छोड़कर व्यवसायिक खेती में जुट गए हैं. गांव में कृषि क्षेत्र में इन दिनों क्रांति आ गई है. अब यहां किसान पारंपरिक खेती न करके व्यवसायिक खेती के माध्यम से लाखों की कमाई कर रहे हैं.
सब्जी उगा कर कमा रहे लाखों रुपये
इस गांव में ज्यादातर किसान अब सब्जी की खेती कर रहे हैं. इन दिनों जहां सब्जियों के दाम काफी ज्यादा हैं. वहीं यह किसान फूल गोभी, पत्ता गोभी और धनिया जैसी खेती करके लाखों की आमदनी कर रहे हैं. किसानों ने बताया कि 'प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना' के माध्यम से उन्हें बड़ी सहायता मिली है, क्योंकि इस पैसे के जरिए ही वह अपने खाद-बीज का इंतजाम कर लेते हैं. इस खेती से वह अपने सपनों को पूरा कर रहे हैं और अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा भी दे रहे हैं.
किसान मंजेश मौर्या ने पत्ता गोभी की खेती बड़े पैमाने पर की है. उनकी व्यवसायिक खेती को देखकर गांव के लगभग 90 फीसदी किसान व्यसायिक खेती कर अपनी आमदनी बढ़ा रहे हैं. किसान मंजेश मौर्या इस खेती के माध्यम से हर साल तीन से चार लाख रुपये कमा कर अपने सपनों को पूरा कर रहे हैं. गांव की रहने वाली आज्ञा देवी ने बताया कि वह इस समय पत्ता गोभी, धनिया, मेथी और मूली की खेती करके अच्छी आमदनी कर रही हैं. इसके साथ ही सरकार की 'किसान सम्मान निधि योजना' से उन्हें बहुत फायदा पहुंचा है.
किसान पाठशाला और चौपाल के माध्यम से किसानों को काफी फायदा पहुंचा है. किसानों ने बताया कि 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना 'से वह अपने खाद और बीज का इंतजाम करके अच्छी खेती कर रहे हैं.
- जयप्रकाश, कृषि उपनिदेशक