जौनपुर: वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय वैसे तो शिक्षा का केंद्र कहा जाता है. अपनी अच्छाइयों के साथ-साथ पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुछ कर्मचारी इसकी लगातार छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं. पूर्वांचल विश्वविद्यालय में बी फार्मा और b.Ed की डिग्रियां 50-50 हजार रुपये बेचेने के मामले में परीक्षा नियंत्रक बी सिंह ने शराब ख्वाजा पुलिस को तहरीर देकर 3 कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.
बता दें कि बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले विष्णु चौबे और आर के रविकांत तिवारी ने पत्र लिखकर परीक्षा नियंत्रक को फर्जी डिग्री की जानकारी दी थी. इसके बाद राजभवन के आदेश पर जांच की गई. पिछले एक माह की जांच के बाद तीन कर्मचारियों पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कराया है.
कुलपति ने इस मामले में सख्ती करते हुए उपाधि विभाग के समस्त पटल को सील करवा दिया है. जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय में कुछ शिक्षकों और फर्जी छात्रों को फर्जी उपाधि दिए जाने का मामला प्रकाश में आया था, जिसकी शिकायत विश्विद्यालय प्रशासन और राज भवन से की जा चुकी है. इस मामले में सरायख्वाजा पुलिस को परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह ने संतोष कुमार, अनिल कुमार और स्वामी मिश्रा के खिलाफ सरायख्वाजा थाने में पुलिस को तहरीर मुकदमा दर्ज कराया है. सीओ सदर संत प्रसाद उपाध्याय ने बताया कि 14 अक्टूबर को परीक्षा नियंत्रक बी सिंह की तहरीर पर तीन कर्मचारियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. जिनके खिलाफ बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले विष्णु चौबे और आरा के रविकांत तिवारी द्वारा पत्र लिखकर लगाया गया है की बीएड और बी फार्मा की डिग्रियां 50-50 हजार रुपये लेकर फर्जी डिग्रियां दी थी.
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