जौनपुर: जिले के बाहुबली एवं पूर्व सांसद धनंजय सिंह अपहरण जैसी धाराओं में जिला जेल में 3 महीने से बंद चल रहे हैं. उनकी एक फेसबुक की वायरल पोस्ट से हड़कंप मचा हुआ है. प्रतापगढ़ में एक इंस्पेक्टर की कोरोना से मौत हुई, फिर उनके बैंक खाते में केवल 926 रुपये ही मिला. इस खबर के बाद धनंजय सिंह के फेसबुक वाल से एक पोस्ट साझा की गई है, जिसमें प्रतापगढ़ में पुलिस इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह के परिवार को 1 लाख की आर्थिक सहायता देने की बात लिखी थी.
जिले के बाहुबली एवं पूर्व सांसद धनंजय सिंह अपहरण जैसी धाराओं में जिला जेल में 3 महीने से बंद चल रहे हैं. जल निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल को जबरन उठाने और धमकाने के मामले में उन पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजा गया था.
उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट के द्वारा आर्थिक सहायता की खबर को साझा किया. अब फेसबुक की यह पोस्ट वायरल होते ही जेल में बंद पूर्व सांसद के द्वारा फेसबुक चलाए जाने के कयास भी लगाए जाने लगे हैं. इस मामले पर संज्ञान लेते हुए जेल प्रशासन ने उनकी बैरक की तलाशी ली और चेकिंग अभियान भी चलाया. जहां पर कोई संदिग्ध वस्तु नहीं बरामद हुई. वहीं जिला जेल के जेलर के द्वारा बताया गया कि लखनऊ में किसी एजेंसी के द्वारा उनकी फेसबुक और ट्विटर को चलाया जाता है. वहीं से यह पोस्ट की गई है.
पोस्ट में प्रतापगढ़ में कोरोना से मरने वाले इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह की पत्नी को 1 लाख की मदद देने की बात लिखी गई है. बताया जा रहा है कि पूर्व सांसद ने उनकी मौत के बाद इंस्पेक्टर के खाते में 926 होने की खबर सुनी थी. ऐसी हालत में उन्होंने उनके परिवार को 1 लाख की मदद की.
इस मामले पर जेल प्रशासन की तरफ से भी चेकिंग अभियान चलाया गया और उनसे इस फेसबुक पोस्ट के बारे में पूछा गया, तो धनंजय सिंह की तरफ से जिला राजकुमार वर्मा को बताया गया कि उनकी यह फेसबुक पोस्ट लखनऊ में पोस्ट की गई है. साझा की गई पोस्ट जेल से पोस्ट होने की बात गलत है.
जिला जेल के जेलर राजकुमार वर्मा ने बताया कि 3 महीने से उनकी जेल में पूर्व सांसद धनंजय सिंह बंद हैं. वहीं उनकी फेसबुक पोस्ट वायरल होने का मामला संज्ञान में आया, तो उन्होंने उनके बैरक की तलाशी भी ली, जहां कोई भी ऐसी संदिग्ध मोबाइल और वस्तु नहीं पाई गई. वहीं उनके द्वारा बताया गया कि लखनऊ में उनकी फेसबुक और ट्विटर से पोस्ट साझा की जाती है. जेल से यह पोस्ट नहीं साझा की गई है.