जौनपुरः कोरोना की वैश्विक महामारी के चलते इन दिनों देश में लॉकडाउन जारी है. बीते एक महीने में लॉकडाउन की वजह से लोगों ने अपने रोजगार खोए. इस दौर में गरीब मजदूरों को जहां रोजगार बंद होने से काफी परेशानी हुई तो वहीं उनके पास पैसे न होने की वजह से घरों में भी कभी चूल्हे जलते तो कभी सरकार के बनाए हुए खाने पर भी निर्भर रहना पड़ता. इन्हीं दिक्कतों को देखते हुए सरकार ने कई तरह के कार्यों की अनुमति दे दी है. इसके बाद लखनऊ से वाराणसी के लिए बन रहे हाईवे का काम भी शुरू हो गया है.
अब दोबारा काम शुरू होने से जिले के मजदूरों के चेहरे पर रौनक देखने को मिल रही है. क्योंकि इनमें से काफी मजदूर तो लॉकडाउन के दौरान ही अपने घरों को चले गए. जबकि कुछ मजदूर इस अवधि में बैठकर किसी तरह अपने समय को बिताते रहे. अब जब दोबारा से काम शुरू हुआ तो उन्हें अब अच्छा लग रहा है, क्योंकि अब पैसे भी मिलेंगे और उनका पेट भी भर सकेगा.
लॉकडाउन के चलते लखनऊ-वाराणसी हाईवे का लगभग 85 फीसदी काम भी प्रभावित हुए हैं. कुछ आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी तरह के काम धंधे बंद हुए हैं, जिससे कई लाखों की संख्या में लोग भी बेरोजगार हुए हैं. सरकार इस लॉकडाउन के दौरान लोगों की दिक्कतों को देखते हुए कई तरह की सहायता दे रही है. फिर भी इस दौर में परिवारों को मदद पूरी नहीं हो रही है, जिसके चलते सरकार ने दोबारा से कुछ काम धंधों को शुरू करने की अनुमति दी है.
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जौनपुर जिले में भी हाईवे का काम शुरू हो चुका है. बिहार से आकर जौनपुर में हाईवे पर काम करने वाले वीरेंद्र बताते हैं कि बीते एक महीने के दौरान लॉकडाउन में काम बंद होने से बहुत मुश्किल हो रही थी. इस दौरान उन्हें अपने परिवार का पेट पालना भी भारी पड़ रहा था. अब जब दोबारा से काम शुरू हुआ है तो उन्हें अच्छा लग रहा है. कुंवर बताते हैं कि लॉकडाउन में बचाए हुए पैसों से किसी तरह अपने परिवार का पेट पाला है, लेकिन अब पैसे खत्म हो गए थे तो मुश्किल होने लगी. अब सरकार के आदेश के बाद दोबारा से काम शुरू हुआ है तो उन्हें अच्छा लग रहा है.