जौनपुर: जिले में भोजपुरी के मशहूर लोक गायक भरत शर्मा व्यास एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे. कार्यक्रम में पहुंचने के बाद उनके फैंस ने उनके साछ सेल्फी ली. इस दौरान भरत शर्मा व्यास ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि आज का जो दौर चल रहा है, उसमें भोजपुरी गानों में अश्लीलता और फूहड़ता व्याप्त हो गई है. वहीं ऐसे गानों को अब लोग बस-ट्रैक्टर और पान की दुकानों पर सुनना पसंद करते हैं, जबकि उनके गाए हुए गानों को आज भी घर परिवार में सुना जाता है.
मशहूर गायक भरत शर्मा व्यास ने 4500 से ज्यादा गाने रिकॉर्ड किये हैं
भरत शर्मा व्यास भोजपुरी की एक मशहूर गायक हैं, जिन्होंने अब तक 4500 से ज्यादा गाने रिकॉर्ड किए हैं. उनके निर्गुण गानों की एक खास बात होती है कि उनके गानों में रस और मिठास होती है. इसके कारण आज भी लोग उनके गानों को परिवार के साथ सुनते हैं.
लोग परिवार के साथ सुनते हैं उनके गाने
भरत शर्मा व्यास को आज देश में सभी जानते हैं. वह निर्गुण गायकी के जनक भी माने जाते हैं, जबकि आज के गानों में अश्लीलता और फूहड़ता इतनी ज्यादा है, जिसके चलते अब लोग भोजपुरी गानों और फिल्मों को देखना परिवार के साथ नहीं चाहते.
गायकी की शुरुआत 1971 में की थी
जौनपुर में एक कार्यक्रम में पहुंचे भरत शर्मा व्यास ने बताया कि उन्होंने जीवन में गानों की शुरुआत कलकत्ता में 1971 से की थी. उस समय वह अपनी मंडली के साथ रामायण गाते थे, जिसके बाद उन्होंने निर्गुण गाना शुरू किया. इनका गाना 1989 में गवनवा के साड़ी काफी सुपर हिट रहा. यह गाना उन्होंने ईटीवी भारत के दर्शकों के लिए भी फिर से गुनगुनाया. उसके बाद उनको एक अलग पहचान मिली और टी सीरीज कंपनी के साथ वे जुड़ गए.
आज भी युवाओं में मशहूर हैं इनके गाने
भरत शर्मा व्यास ने निर्गुण के जरिए दैनिक समस्याओं को भी खूब उभारा. उनके गानों को पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड सहित भोजपुरी और मैथिली जानने वाले लोग सुनते हैं. भरत शर्मा व्यास का भोजपुरी गाना गोरिया चांद के अंजोरिया अइसन गोर लागेलू ,आज भी युवाओं की पहली पसंद हैं.
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