जौनपुर: जिले में आयुष्मान भारत के गोल्डन कार्ड को कूड़े के ढेर में फेंकने का मामला सामने आया है.आयुष्मान भारत के गोल्डन कार्ड लाभार्थियों को बांटने के लिए रखे गए थे, लेकिन इस कार्ड को कूड़े के ढेर में फेक दिया गया. वहीं मामला संज्ञान में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
कूड़े के ढेर में मिले गोल्डन कार्ड
- आयुष्मान भारत मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, इस योजना के तहत लाभार्थी के परिवार को प्रतिवर्ष 5 लाख तक का मुफ्त इलाज की सुविधा दी गई है.
- जौनपुर में एक लाख 87 हजार लाभार्थी चयनित किए गए हैं.
- इन लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड बना कर दिए जाने हैं, लेकिन जौनपुर में यह कार्ड लाभार्थियों को न बांटकर कूड़े के ढेर में पाए गए हैं.
- सुविधा कला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की कूड़े के ढेर में सैकड़ों की संख्या में आयुष्मान भारत के गोल्डन कार्ड पाए गए हैं.
- इन कार्ड के कूड़े के ढेर में मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया.
- इस मामले में जांच के लिए आनन-फानन में 3 सदस्यीय टीम भी बना दी गई है.
मामले की जांच में प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए अस्पताल अधीक्षक, डेंटल हाइजीनिस्ट और कार्ड बनाने वाली कंपनी के कर्मी को वहां से तबादला कर दिया गया है.