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जौनपुर: कूड़े के ढेर में मिले आयुष्मान भारत के सैकड़ों कार्ड, मचा हड़ंकप

मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत जौनपुर में दम तोड़ रही है. जिले में सैकड़ों की संख्या में आयुष्मान भारत के गोल्डन कार्ड कूड़े के ढेर में पाए गए हैं.

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Published : Jun 21, 2019, 7:38 AM IST

जौनपुर: जिले में आयुष्मान भारत के गोल्डन कार्ड को कूड़े के ढेर में फेंकने का मामला सामने आया है.आयुष्मान भारत के गोल्डन कार्ड लाभार्थियों को बांटने के लिए रखे गए थे, लेकिन इस कार्ड को कूड़े के ढेर में फेक दिया गया. वहीं मामला संज्ञान में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.

कूड़े के ढेर में मिले आयुष्मान भारत के सैकड़ों कार्ड

कूड़े के ढेर में मिले गोल्डन कार्ड

  • आयुष्मान भारत मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, इस योजना के तहत लाभार्थी के परिवार को प्रतिवर्ष 5 लाख तक का मुफ्त इलाज की सुविधा दी गई है.
  • जौनपुर में एक लाख 87 हजार लाभार्थी चयनित किए गए हैं.
  • इन लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड बना कर दिए जाने हैं, लेकिन जौनपुर में यह कार्ड लाभार्थियों को न बांटकर कूड़े के ढेर में पाए गए हैं.
  • सुविधा कला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की कूड़े के ढेर में सैकड़ों की संख्या में आयुष्मान भारत के गोल्डन कार्ड पाए गए हैं.
  • इन कार्ड के कूड़े के ढेर में मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया.
  • इस मामले में जांच के लिए आनन-फानन में 3 सदस्यीय टीम भी बना दी गई है.

मामले की जांच में प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए अस्पताल अधीक्षक, डेंटल हाइजीनिस्ट और कार्ड बनाने वाली कंपनी के कर्मी को वहां से तबादला कर दिया गया है.

जौनपुर: जिले में आयुष्मान भारत के गोल्डन कार्ड को कूड़े के ढेर में फेंकने का मामला सामने आया है.आयुष्मान भारत के गोल्डन कार्ड लाभार्थियों को बांटने के लिए रखे गए थे, लेकिन इस कार्ड को कूड़े के ढेर में फेक दिया गया. वहीं मामला संज्ञान में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.

कूड़े के ढेर में मिले आयुष्मान भारत के सैकड़ों कार्ड

कूड़े के ढेर में मिले गोल्डन कार्ड

  • आयुष्मान भारत मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, इस योजना के तहत लाभार्थी के परिवार को प्रतिवर्ष 5 लाख तक का मुफ्त इलाज की सुविधा दी गई है.
  • जौनपुर में एक लाख 87 हजार लाभार्थी चयनित किए गए हैं.
  • इन लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड बना कर दिए जाने हैं, लेकिन जौनपुर में यह कार्ड लाभार्थियों को न बांटकर कूड़े के ढेर में पाए गए हैं.
  • सुविधा कला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की कूड़े के ढेर में सैकड़ों की संख्या में आयुष्मान भारत के गोल्डन कार्ड पाए गए हैं.
  • इन कार्ड के कूड़े के ढेर में मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया.
  • इस मामले में जांच के लिए आनन-फानन में 3 सदस्यीय टीम भी बना दी गई है.

मामले की जांच में प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए अस्पताल अधीक्षक, डेंटल हाइजीनिस्ट और कार्ड बनाने वाली कंपनी के कर्मी को वहां से तबादला कर दिया गया है.

Intro:जौनपुर।। मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत जौनपुर में आकर दम तोड़ रही है। आयुष्मान भारत के बड़ी संख्या में कार्ड सुईथा कला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कूड़े के ढेर में पाए गए हैं । आयुष्मान भारत के गोल्डन कार्ड लाभार्थियों को बांटने के लिए रखे गए थे लेकिन इसे लाभार्थियों के बीच बांटकर नहीं बल्कि उन्हें कूड़े के ढेर में ही फेंक कर ही महत्वपूर्ण योजना की इतिश्री कर ली गई । इस मामले के संज्ञान में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं इस मामले में लखनऊ से भी स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारियों ने रिपोर्ट तलब की है। जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इस मामले में जांच के लिए तीन सदस्य रिपोर्ट बनाई है । वहीं इस मामले में तीन लोगों को प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए उनका तबादला कर दिया गया।


Body:वीओ।। आयुष्मान भारत मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना के तहत लाभार्थी के परिवार को प्रतिवर्ष ₹500000 तक का मुफ्त इलाज की सुविधा दी गई है। वहीं जौनपुर में एक लाख 87 हजार लाभार्थी चयनित किए गए हैं। इन लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड बना कर दिए जाने हैं लेकिन जौनपुर में यह कार्ड लाभार्थियों को ना बांटकर बल्कि कूड़े के ढेर में पाए गए हैं। सुविधा कला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की कूड़े के ढेर में सैकड़ों की संख्या में आयुष्मान भारत के गोल्डन कार्ड पाए गए हैं। इन कार्ड के कूड़े के ढेर में मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। वह इस मामले में जांच के लिए आनन-फानन में 3 सदस्य टीम भी बना दी गई है । स्वास्थ विभाग ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए अस्पताल के अधीक्षक जयेश लाल और डेंटल हाइजीनिस्ट समेत कार्ड बनाने वाले कर्मी को भी तबादला कर दिया गया है।


Conclusion:जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राम जी पांडे ने बताया कि इस मामले की गंभीरता से जांच के लिए 3 सदस्य टीम बनाई गई है। वहीं मामले की जांच में प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए अस्पताल अधीक्षक, डेंटल हाइजीनिस्ट और कार्ड बनाने वाली कंपनी के कर्मी को वहां से स्थानांतरण कर दिया गया है।

बाइट-डॉ राम जी पाण्डे- मुख्य चिकित्सा अधिकारी जौनपुर

पीटीसी

Note- विजुअल ftp के up_jnu_20june_kude ke aayushman bharat_7204009 नाम के फोल्डर में है।


Dharmendra singh
jaunpur
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