जौनपुर: निकाय चुनाव से पहले प्रशासन की आंख में धूल झोंक कर वोटर लिस्ट से नाम कटवाने वाला गैंग सक्रिय हो गया है. इस बात का खुलासा वार्ड नंबर 26 चकप्यारअली की वोटर लिस्ट से हुआ. बीएलओ के हस्ताक्षर के बिना चार पेज में 80 मतदाताओं को मरा हुआ दिखाया और सुपरवाइजर को उनका नाम वोटर लिस्ट से हटाने के लिए कहा गया.
सुपरवाइजर मनोज कुमार ने बताया कि उन्होंने बलुआघाट में जाकर लिस्ट का सत्यापन किया था. जिसमें पता चला कि केवल 80 की जगह 8 लोगों की ही मृत्यु हुई है. निकाय चुनाव में नगर के 39 वार्डों में ज्यादातर लोग अपने सभासद का चुनाव जीतने के लिए कई हथकंडे अपनाते हैं. मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन के पहले नाम कटवाने वाला गैंग सक्रिय हो जाता है. चकप्यारअली वार्ड के भाग संख्या 191 में मतदाता सूची निर्वाचक क्रम में 208 और 209 के अफसर और अहमद अली पुत्र रज्जब अली का नाम दर्ज है. ये लोग जीवित हैं. लेकिन, इनको मृतक दिखाकर वोटर लिस्ट से नाम हटाने के लिए कहा गया.
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जिलाधिकारी कार्यालय से मृतकों की जांच के लिए आई सूची में 80 नाम आये थे और सुपरवाइजर की जांच में अब तक 72 लोग जीवित पाये गये हैं. 2017 के चुनाव में चकप्यारअली वार्ड से करीब सोलह सौ मतदाताओं का नाम बिना किसी कारण से काट दिया था, जिसके बाद पूर्व सभासद शाहिद मेंहदी ने जनसूचना के तहत रिपोर्ट मांगी तो अधिकारी जवाब नहीं दे सकें. उसके बाद राज्यसूचना आयुक्त ने तहसीलदार पर 25 हजार का जुर्माना लगाकर सजा सुनाई थी. इसके बाद भी 2022 में इस तरह के हथकंडे फिर उजागर हुए.
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