जालौन: जिले में दौरे पर आईं राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. कंचन जायसवाल ने उरई के विकास भवन में बैठक की. बैठक में उन्होंने महिलाओं पर हो रहे उत्पीड़न और घरेलू हिंसा से जुड़े मामलों को संज्ञान में लेते हुए संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई कर निस्तारण के आदेश दिए.
उरई मुख्यालय के विकास भवन में राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. कंचन जायसवाल ने महिला उत्पीड़न और घरेलू हिंसा से जुड़े 13 मामलों की सुनवाई की. अधिकतर महिलाओं ने घरेलू हिंसा से पीड़ित आपबीती सुनाई. आयोग की सदस्य ने बताया कि सरकार के सख्त निर्देश है कि महिलाओं से जुड़े उत्पीड़न और हिंसा के मामले में कोई भी अधिकारी या पुलिसकर्मी किसी भी तरह की लापरवाही न बरते.
महिलाओं के परिवार से जुड़े मामलों को अगर थाने स्तर पर ही सख्ती से निपटा दिए जाएं तो महिलाओं को न्याय के लिए दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा. आज आए सारे मामलों पर तुरंत संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई कर निर्धारण के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि घरेलू हिंसा के मामले में महिलाओ को खुद आवाज उठानी पड़ेगी.
प्रदेश सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई प्रकार की योजनाएं चला रही हैं. विभागों के माध्यम से पात्र महिलाओं का चयन किया जा रहा है और स्वावलंबी बनाने की दिशा में सरकार का काम प्रगति पर है.
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