जालौन: कोविड-19 महामारी ने प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में ताले लगवा दिए हैं. वहीं सीएम योगी ने बेसिक और माध्यमिक में पढ़ रहे आठवीं तक के छात्रों को मिड-डे मील का राशन घर और रुपये अभिभावकों के खाते में पहुंचाने का निर्देश दिया है. इस कार्य के लिए स्कूल के अध्यापकों ने छात्रों का डेटा तैयार कर बेसिक शिक्षा विभाग को भेज दिया है. जहां से पैसा ट्रांसफर करने की प्रक्रिया चालू हो गई है.
जिलाधिकारी डॉ. मन्नान अख्तर ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते सरकारी स्कूलों को समय से पहले बंद कर दिया गया था और अनलॉक-2 के बाद भी स्कूलों के संचालन पर रोक लगी हुई है. जिस कारण शासन के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग और माध्यमिक शिक्षा विभाग में पढ़ने वाले बच्चों को मिड डे मील दिया जाता है, लेकिन स्कूल बंद होने के कारण मिड डे मील नहीं बन पा रहा है, तो योगी सरकार ने मिड डे मील में लगने वाले कन्वर्जन कॉस्ट को बच्चों के अभिभावकों के खातों में भेजने का निर्देश दिया है. इसके अलावा इस्तेमाल होने वाली राशन सामग्री बच्चों को दी जाएगी.
जिलाधिकारी ने बताया जिले में कुल 1925 प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय हैं. जिसमें एक लाख 47 हजार बच्चे पढ़ते हैं. इन बच्चों को 72 दिन के हिसाब से प्राइमरी के प्रति बच्चों को 374 रुपए प्रति माह के हिसाब से दिए जाएंगे, तो वहीं पूर्व माध्यमिक के बच्चों को 561रुपये प्रति माह की दर से भुगतान किया जाएगा. इसके लिए 95 लाख रुपये की प्रथम किस्त कार्यालय के द्वारा राजस्व विभाग को भेज दी गई है. जबकि दूसरी किस्त 2 करोड़ रुपये की आनी बाकी है. वहीं अनुमानित राशन 12000 क्विंटल बच्चों को बांटा जाएगा. जिसमें बेसिक शिक्षा विभाग ने 10000 क्विंटल राशन का उठान कर लिया गया है. यह कार्य अगले कुछ दिनों में पूरा कर लिया जाएगा.