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जालौन: विद्युत विभाग में बिल संशोधन के नाम पर लाखों रुपए का घोटाला

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Published : Aug 27, 2020, 7:24 PM IST

उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के बिजली विभाग में बिल संशोधन के जरिए सरकार को लाखों रुपये की चपत लगाने का मामला सामने आया है. वहीं अधिशासी अभियंता सुभाष सचान ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है.

विद्युत विभाग में लाखों की हेराफेरी
विद्युत विभाग में लाखों की हेराफेरी

जालौन: जिले के विद्युत उपखंड एक में अभियंताओं की यूजर आईडी से बड़े उपभोक्ताओं के लाखों रुपये के बिलों को सांठ-गांठ कर हजारों मे बदल लिया गया, जिसकी सूची लीक होने पर मामले का खुलासा हुआ. इस मामले में दो बड़े अधिकारी संदेह के दायरे में आए हैं. अधिशासी अभियंता सुभाष सचान ने मामले को संज्ञान में लेते हुए तीन सदस्यीय जांच कमेटी बना दी है, जो 1 हफ्ते में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी. साथ ही आरोप लग रहे हैं कि जूनियर इंजीनियर ने अपनी आईडी से बिल संशोधन करने की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कराई है.

आपको बता दें रामू गुप्ता विद्युत उपखंड एक में जूनियर इंजीनियर पद पर तैनात है, जिनकी आईडी से 31 बड़े उपभोक्ताओं के लाखों रुपये के बिल हजारों में संशोधित कर सरकार का चूना लगा दिया है. इसकी जानकारी अधिशासी अभियंता को हुई तो उन्होंने जांच कमेटी बैठा कर हेरा फेरी हुए बिलों को बदलते हुए पहले जैसे ही करने के निर्देश दे दिए हैं.

जूनियर इंजीनियर रामू गुप्ता ने सफाई देते हुए बताया कि विद्युत विभाग ने जारी की गई आईडी से बिल संशोधन का काम किया जाता है, लेकिन मेरी आईडी किसी ने हैक कर या पासवर्ड को जानकर उससे बिलों को संशोधित किया गया है. इसकी प्राथमिकी मैंने कोतवाली उरई में दर्ज कराई है.

अधिशासी अभियंता सुभाष सचान ने बताया कि बिलों में हेरा फेरी करने का मामला सामने आया है. इसके लिए उपखंड अधिकारी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है. जो भी व्यक्ति इस में दोषी पाया जाएगा. उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

जालौन: जिले के विद्युत उपखंड एक में अभियंताओं की यूजर आईडी से बड़े उपभोक्ताओं के लाखों रुपये के बिलों को सांठ-गांठ कर हजारों मे बदल लिया गया, जिसकी सूची लीक होने पर मामले का खुलासा हुआ. इस मामले में दो बड़े अधिकारी संदेह के दायरे में आए हैं. अधिशासी अभियंता सुभाष सचान ने मामले को संज्ञान में लेते हुए तीन सदस्यीय जांच कमेटी बना दी है, जो 1 हफ्ते में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी. साथ ही आरोप लग रहे हैं कि जूनियर इंजीनियर ने अपनी आईडी से बिल संशोधन करने की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कराई है.

आपको बता दें रामू गुप्ता विद्युत उपखंड एक में जूनियर इंजीनियर पद पर तैनात है, जिनकी आईडी से 31 बड़े उपभोक्ताओं के लाखों रुपये के बिल हजारों में संशोधित कर सरकार का चूना लगा दिया है. इसकी जानकारी अधिशासी अभियंता को हुई तो उन्होंने जांच कमेटी बैठा कर हेरा फेरी हुए बिलों को बदलते हुए पहले जैसे ही करने के निर्देश दे दिए हैं.

जूनियर इंजीनियर रामू गुप्ता ने सफाई देते हुए बताया कि विद्युत विभाग ने जारी की गई आईडी से बिल संशोधन का काम किया जाता है, लेकिन मेरी आईडी किसी ने हैक कर या पासवर्ड को जानकर उससे बिलों को संशोधित किया गया है. इसकी प्राथमिकी मैंने कोतवाली उरई में दर्ज कराई है.

अधिशासी अभियंता सुभाष सचान ने बताया कि बिलों में हेरा फेरी करने का मामला सामने आया है. इसके लिए उपखंड अधिकारी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है. जो भी व्यक्ति इस में दोषी पाया जाएगा. उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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