जालौन: जिला कलेक्ट्रेट परिसर में पुलिस आरक्षी भर्ती में पास अभ्यर्थियों ने जमकर प्रदर्शन किया. अभ्यर्थियं ने कहा कि अगर उन्हें नियुक्ति नहीं दी सकती तो उन्हें इच्छा मृत्यु की परमीशन दे दी जाये. गृह सचिव उत्तर प्रदेश के नाम दिए ज्ञापन में अभ्यर्थियों ने बताया कि लिखित और शारीरिक परीक्षा में पास होने के बाद भी नियुक्ति नहीं दी गई है.
पुलिस आरक्षी भर्ती के अभ्यर्थियों ने किया धरना प्रदर्शन
- 2013 में सपा सरकार में उत्तर प्रदेश पुलिस में 41610 आरक्षी पद की भर्तियां हुई थी.
- इन पदों पर लगभग 22 लाख अभ्यर्थियों को प्रारंभिक परीक्षा के लिए बुलाया गया था, जिसमें 55000 अभ्यर्थियों को चिकित्सा परीक्षा के लिए बुलाया गया था.
- सभी का परीक्षण पूर्ण कराने के बाद 16 जुलाई 2015 को 38315 अभ्यर्थियों को अंतिम रूप से चयन करके उन्हें ट्रेनिंग पर भेज दिया गया था.
- जिसमें 11786 अभ्यार्थियों को अभी तक नियुक्ति पत्र नहीं मिला है.
- इसको लेकर अभ्यर्थियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में गृह सचिव उत्तर प्रदेश को ज्ञापन देते हुए 'नियुक्ति दो या इच्छा मृत्यु' की मांग करते हुए अपनी बात रखी.
हम 11786 अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती 2013 से संबंधित है. हम सभी अभ्यर्थियों को 2013 से वर्तमान 2019 तक अत्यधिक शारीरिक व मानसिक एवं आर्थिक रूप से भी शोषित और परेशान किया जा चुका है. हमारा आत्मविश्वास लगभग समाप्त हो गया है. हम सभी अभ्यार्थियों में निराशा का भाव इस तरह से व्याप्त है कि इस वजह से या तो हम को नियुक्ति पत्र दिया जाए या इच्छा मृत्यु की हम मांग करते हैं.
-आशीष राजपूत, अभ्यर्थी, पुलिस आरक्षी भर्ती