जालौनः कुठौंद और सिरसा कलार पुलिस ने साइबर सेल के साथ मिलकर नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. साथ ही दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. शातिर अभियुक्त जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में संविदा पर नौकरी के नाम पर झांसा देकर ठगी करते थे. पीड़ितों का कहना है कि आरोपी उनकी आईडी पर पेटीएम खाता का एटीएम कार्ड जारी करवा कर ठगी का खेल खेलते थे.
फर्जी सिम कार्ड बरामद
पुलिस ने अभियुक्तों के पास से दो मोबाइल दो फर्जी सिम कार्ड और दो हजार पांच सौ रुपये नगद बरामद किए हैं. पकड़े गए बदमाशों के पास से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं. जिसके आधार पर इस गैंग को चलाने वाले सरगना की गिरफ्तारी की जा सके. पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करते हुए जेल भेज दिया है.
आरोपी बना लेते थे फर्जी एटीएम कार्ड
पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने पुलिस लाइन में मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पिछले कई दिनों से ग्रामीण क्षेत्र के युवक-युवतियों को नौकरी के नाम पर ठगा जा रहा था. इसकी शिकायत पीड़ितों ने की थी. शिकायत के बाद कुठौंद और सिरसा कलार पुलिस को लगाया गया था. सिरसा कलार कोतवाल अशोक वर्मा और कुठौंद थानाध्यक्ष अरुण कुमार तिवारी के नेतृत्व में उनकी टीम ने विवेक कुमार माथुर निवासी भदेख तथा जॉनी पुत्र नरेश निवासी नैनापुर को गिरफ्तार किया है.
बनवाते थे पेटीएम अकाउंट
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी युवक-युवतियों को नौकरी के नाम पर प्रलोभन देते थे और उनके आधार कार्ड, पैन कार्ड के साथ नौकरी लगवाने के लिए आवेदन फार्म भरवा कर केवाईसी की पूरी प्रक्रिया करके उनका पेटीएम अकाउंट खुलवा लेते थे. उसी खाते का एटीएम कार्ड भी जारी करा लेते थे. कुछ दिन बाद नियुक्ति पत्र जारी होने की बात बताते थे.
8 में से 2 गिरफ्तार
इस प्रकार वह खाता और एटीएम का पिन कोड लेकर कानपुर के डब्बू निषाद को दे देते थे. इससे वह इन लोगों को 5 हजार रुपये प्रति एटीम देते थे. साथ ही इस खाते में लोगों से धोखाधड़ी कर रुपये जमा करा लेते थे, जिन्हें एटीएम के माध्यम से निकाल लेते थे. एसपी ने बताया कि इसके मुख्य सरगना की तलाश जारी है. जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा. यह 8 लोगों का गैंग है, जिसमें अभी तक 2 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. बाकी लोगों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.