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फर्जी जॉइंट कमिश्नर बनकर एसपी को दे रहा था धमकी, पुलिस ने खिलाई जेल की हवा - Indore Joint Commissioner Office

जालौन में पुलिस ने एसओजी की मदद से एसपी फोन करके विरोधियों को गिरफ्तार करने का दबाव बनाने वाले एक फर्जी जॉइंट कमीश्नर को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपी ने इंदौर के जॉइंट कमिश्नर के नाम से ट्रूकॉलर और व्हाट्सएप (truecaller and whatsapp) पर अपने नंबर का अकाउंट बनाया था.

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माधौगढ़ कोतवाली पुलिस
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Published : Nov 10, 2022, 6:00 PM IST

जालौनः माधौगढ़ कोतवाली पुलिस और एसओजी टीम ने फर्जी जॉइंट कमिश्नर को गिरफ्तार किया है. यह फर्जी जॉइंट कमिश्नर पुलिस अधीक्षक और अपर पुलिस अधीक्षक को कॉल करके अपने विरोधियों को गिरफ्तार करने का दबाव बना रहा था. इस कॉल का संज्ञान लेने के बाद जालौन के एसपी ने नंबर को सर्विलांस पर लगवाया, जिससे पता चला कि कॉल करने वाला फर्जी जॉइंट कमिश्नर है. इसके बाद एसओजी टीम ने तत्काल इसे गिरफ्तार कर लिया, लेकिन बीमारी का बहाना बनाकर मेडिकल कॉलेज में भर्ती हो गया. पुलिस ने दो दिन बाद गुरुवार को मेडिकल कॉलेज से निकलने के बाद उसके खिलाफ करवाई करते हुए जेल भेज दिया.

फर्जी जॉइंट कमिश्नर की गिरफ्तारी जालौन की माधौगढ़ कोतवाली और एसओजी टीम ने सर्विलांस टीम की मदद से की है. गिरफ्तार फर्जी ज्वाइंट कमिश्नर इटावा जनपद का रहने वाला है, जिसका नाम अंकित सिंह है. वह ग्वालियर में रहकर अलग-अलग मॉल में काम करता है. इसका कई बार जालौन और माधौगढ़ इलाके के रहने वाले युवकों से ग्वालियर में विवाद हुआ था, जिसका बदला लेने के लिए उसने इंदौर के जॉइंट कमिश्नर के नाम से ट्रूकॉलर और व्हाट्सएप (truecaller and whatsapp) पर अपने नंबर का अकाउंट बनाया था.

इस नंबर के माध्यम से उसने कई बार जालौन के पुलिस अधीक्षक रवि कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक असीम चौधरी और माधौगढ़ पुलिस को फोन करके अपने विरोधियों को गिरफ्तार करने के लिये दबाव बनाया. जालौन के पुलिस अधिकारियों को उसके द्वारा बार-बार कॉल किए जाने पर शक हुआ और पुलिस अधीक्षक रवि कुमार ने उसके नंबर को सर्विलांस पर लगवाया गया, जो इटावा जनपद के अंकित सिंह के नाम पर रजिस्टर्ड था.

साथ ही इंदौर जॉइंट कमिश्नर कार्यालय फोन करके इस नंबर की जांच कराई. इसके बाद उसके फर्जीवाड़े के बारे में जानकारी हाथ लगी, जिस पर पुलिस अधीक्षक ने माधवगढ़ और एसओजी टीम की मदद से अंकित को गिरफ्तार किया और उसे पूछताछ की. इसके बाद यह खुलासा हुआ की वह अपने विरोधियों को गिरफ्तार करने के लिए फर्जी जॉइंट कमिश्नर बनकर कॉल कर रहा था फिलहाल पुलिस ने उसे गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया.

इस मामले में जालौन के अपर पुलिस अधीक्षक असीम चौधरी ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही उसकी डिटेल भी निकल गई है, जो ग्वालियर में अलग-अलग मॉल में रहकर कम करता था. इसने अपने विरोधियों को गिरफ्तार करने के लिए दबाव बनाया था.

पढ़ेंः एंटी नारकोटिक्स स्क्वाड ने ड्रग तस्कर को किया गिरफ्तार, साढ़े तीन लाख का स्मैक बरामद

जालौनः माधौगढ़ कोतवाली पुलिस और एसओजी टीम ने फर्जी जॉइंट कमिश्नर को गिरफ्तार किया है. यह फर्जी जॉइंट कमिश्नर पुलिस अधीक्षक और अपर पुलिस अधीक्षक को कॉल करके अपने विरोधियों को गिरफ्तार करने का दबाव बना रहा था. इस कॉल का संज्ञान लेने के बाद जालौन के एसपी ने नंबर को सर्विलांस पर लगवाया, जिससे पता चला कि कॉल करने वाला फर्जी जॉइंट कमिश्नर है. इसके बाद एसओजी टीम ने तत्काल इसे गिरफ्तार कर लिया, लेकिन बीमारी का बहाना बनाकर मेडिकल कॉलेज में भर्ती हो गया. पुलिस ने दो दिन बाद गुरुवार को मेडिकल कॉलेज से निकलने के बाद उसके खिलाफ करवाई करते हुए जेल भेज दिया.

फर्जी जॉइंट कमिश्नर की गिरफ्तारी जालौन की माधौगढ़ कोतवाली और एसओजी टीम ने सर्विलांस टीम की मदद से की है. गिरफ्तार फर्जी ज्वाइंट कमिश्नर इटावा जनपद का रहने वाला है, जिसका नाम अंकित सिंह है. वह ग्वालियर में रहकर अलग-अलग मॉल में काम करता है. इसका कई बार जालौन और माधौगढ़ इलाके के रहने वाले युवकों से ग्वालियर में विवाद हुआ था, जिसका बदला लेने के लिए उसने इंदौर के जॉइंट कमिश्नर के नाम से ट्रूकॉलर और व्हाट्सएप (truecaller and whatsapp) पर अपने नंबर का अकाउंट बनाया था.

इस नंबर के माध्यम से उसने कई बार जालौन के पुलिस अधीक्षक रवि कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक असीम चौधरी और माधौगढ़ पुलिस को फोन करके अपने विरोधियों को गिरफ्तार करने के लिये दबाव बनाया. जालौन के पुलिस अधिकारियों को उसके द्वारा बार-बार कॉल किए जाने पर शक हुआ और पुलिस अधीक्षक रवि कुमार ने उसके नंबर को सर्विलांस पर लगवाया गया, जो इटावा जनपद के अंकित सिंह के नाम पर रजिस्टर्ड था.

साथ ही इंदौर जॉइंट कमिश्नर कार्यालय फोन करके इस नंबर की जांच कराई. इसके बाद उसके फर्जीवाड़े के बारे में जानकारी हाथ लगी, जिस पर पुलिस अधीक्षक ने माधवगढ़ और एसओजी टीम की मदद से अंकित को गिरफ्तार किया और उसे पूछताछ की. इसके बाद यह खुलासा हुआ की वह अपने विरोधियों को गिरफ्तार करने के लिए फर्जी जॉइंट कमिश्नर बनकर कॉल कर रहा था फिलहाल पुलिस ने उसे गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया.

इस मामले में जालौन के अपर पुलिस अधीक्षक असीम चौधरी ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही उसकी डिटेल भी निकल गई है, जो ग्वालियर में अलग-अलग मॉल में रहकर कम करता था. इसने अपने विरोधियों को गिरफ्तार करने के लिए दबाव बनाया था.

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