जालौन: उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. कंचन जायसवाल गुरुवार को उरई के विकास भवन सभागार पहुंचीं. यहां उन्होंने महिलाओं से जुड़े मामले को गंभीरता से सुना. साथ ही उन 15 मामलों का निस्तारण भी किया, जो काफी समय से लंबित पड़े थे.
दरअसल, उरई के विकास भवन सभागार में उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. कंचन जायसवाल ने टीम के साथ महिलाओं की समस्याओं को सुना. साथ ही उनकी समस्याओं का समाधान भी कराया. जनपद के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से आईं शिकायतों को डॉ. कंचन जायसवाल ने गंभीरता से सुना. उन्होंने महिलाओं की समस्याओं का शीघ्र से शीघ्र निस्तारण कराने को लेकर अधिकारियों को निर्देशित किया. उन्होंने मौके पर ही 15 समस्याओं का निराकरण करते हुए उन महिलाओं को हक दिलाया, जो काफी समय से परेशान चल रही थीं.
डॉ. कंचन जायसवाल ने सभागार में मौजूद अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि जो भी शिकायतें महिलाओं से जुड़ी उनके पास आती हैं, उनका 3 से 7 दिन के अंदर निस्तारण कर दिया जाए. इसके अलावा उन्होंने कहा कि सरकार महिलाओं के प्रति संवेदनशील है. इसलिए महिलाओं की समस्याओं पर ज्यादा ध्यान दे रही है. उन्होंने महिलाओं से जुड़े प्रार्थना पत्रों पर संबंधित थानाध्यक्ष से फोन पर बात कर एक हफ्ते में रिपोर्ट प्रेषित करने के निर्देश दिए. साथ ही सभागार में उपस्थित अधिकारियों को 'मिशन शक्ति' के तहत आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए चलाई जा रही योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ पहुंचाने के निर्देश दिए.
वहीं जब डॉ. कंचन जायसवाल से पूछा गया कि महिला परामर्श केंद्र में समझौता के नाम पर दोनों पक्षों से रुपये वसूले जा रहे हैं तो उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत आने पर कार्रवाई की जाएगी. वहीं उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट किरण नाम से ललितपुर में योजना शुरू की गई है. उसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा.