जालौन: लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को सरकार की योजना के अंतर्गत मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराए गए. इसी क्रम में जिले के 4 गांवों को चयनित किया गया है. मनरेगा के कार्यों के निरीक्षण के लिए भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय की संयुक्त सचिव नीरा केजरीवाल बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर जालौन पहुंची.
बता दें कि लॉकडाउन के दौरान हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर जिले में वापस आए थे. इससे उनके सामने रोजगार की समस्या उत्पन्न हो गई थी. प्रवासी मजदूरों की रोजी रोटी के लिए शासन ने मनरेगा के तहत लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया. जिले के 4 गांव महेवा, कोटरा, मुस्तकिल और धमरास खसिस को मनरेगा के तहत चिह्नित किया गया.
बुधवार को ग्रामीम विकास मंत्रालय की संयुक्त सचिव नीरा केजरीवाल जालौन जनपद पहुंचीं. इस दौरान उन्होंने मनरेगा के तहत चिह्नित किए गए गांवों में विकास कार्यों का जायजा लिया. संयुक्त सचिव जालौन जिले में दो दिवसीय दौरे पर हैं. संयुक्त सचिव नीरा केजरीवाल ने बुधवार को दो गांवों के ग्रामीणों से बातचीत कर जमीनी हकीकत के बारे में जानकारी ली.
मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि संयुक्त सचिव नीरज श्रीवास्तव ने कोटरा और मुस्तकिल गांव में जाकर 6 लाख की लागत से बंधा निर्माण को देखा. साथ ही सीसी निर्माण, नाली निर्माण, सामुदायिक शौचालय की गुणवत्ता की जांच कर संतुष्टि जाहिर की. उन्होंने बताया कि संयुक्त सचिव को इस बात की जानकारी दी गई कि इन 4 गांवों में एक हजार से अधिक मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है.