जालौन: झांंसी मंडल के डीआरएम संदीप माथुर ने शुक्रवार को उरई रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान डीआरएम ने कई बार स्थानीय अधिकारियों की फटकार सफाई और बेतरतीब खड़े वाहनों को लेकर फटकार लगाई.
इसे भी पढ़ें-जालौन: अयोध्या मामले की सुनवाई की सुनवाई को लेकर बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्थाउरई रेलवे स्टेशन पर वार्षिक निरीक्षणउरई रेलवे स्टेशन पर डीआरएम संदीप माथुर अपना वार्षिक निरीक्षण करने पहुंचे. जहां उन्होंने सरकुलेटिंग एरिया में पहुंचने पर बेतरतीब तरीके से खड़े वाहनों को लेकर आरपीएफ इंस्पेक्टर राजीव उपाध्याय को हिदायत दी कि व्यवस्था दुरुस्त कराएं. जो भी चालक दिव्यांग के लिए निर्धारित जगह पर वाहन खड़ा करें, उनका चालान करें.
सही सूचनाएं प्रदर्शिता न होने पर जताई नाराजगी
यात्री प्रतीक्षालय और बुकिंग खिड़की का भी निरीक्षण किया. वहां पर सूचनाएं सही तरीके प्रदर्शिता न होने पर नाराजगी जताई. डिप्टी एसएस कक्ष में ड्यूटी पर तैनात स्टेशन अधीक्षक एपी वर्मा से ट्रेन संचालन के दौरान आने वाली दिक्कतों की जानकारी ली. स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि बारिश के दौरान दिक्कत होती है. शिकायत पुस्तिका और सिग्नल फेलियर किताब का बारीकी से निरीक्षण किया.
फाल्स सीलिंग को दुरुस्त करने के निर्देश
इसके बाद प्रथम क्लास वेटिंग रूम और टिकट परीक्षक कार्यालय की गिरी हुई फाल्स सीलिंग को देखकर जल्द दुरुस्त करने के निर्देश दिए. कैंटीन और फुट ओवरब्रिज के साथ प्लेटफार्म नंबर दो और तीन के साथ यार्ड का भी निरीक्षण किया और दोहरीकरण के काम को परखा.
बारिश के दौरान पेड़ न लगाने के मामले पर नाराजगी
उन्होंने बारिश के दौरान पेड़ न लगाने के मामले पर नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को फटकार लगाई. डीआरएम ने कहा कि बारिश में पेड़ लग जाते तो फायदा होता. कोच इंडीकेटर की समस्या है. यह सिस्टम 10 साल से ज्यादा पुराना हो गया है. इसे बदलने की प्रक्रिया चल रही है. जल्द व्यवस्था सही होगी. इस रूट से गुजरने वाली जो भी ट्रेनों में यात्रियों की संख्या ज्यादा है. उसकी जांच कराकर उनके स्टापेज बढ़ाने के लिए बोर्ड के अधिकारियों से पत्राचार किया जाएगा. सीसीटीवी कैमरे आ गए है, जल्द ही कंट्रोल बनाकर उन्हें जल्द शुरु करा दिया जाएगा.
झांसी-कानपुर रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण का काम इस वित्तीय वर्ष में करीब 70 फीसदी तक पूरा कर लिया जाएगा. नंदखास से एरच रोड व भुआ, उरई, सरसौखी स्टेशन सेक्शन में जो दिक्कतें हैं, उन्हें जल्द दूर कर दिया जाएगा. इसके लिए जल्द ही कार्यदाई संस्था आरवीएनएल के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे.
-संदीप माथुर, डीआरएम