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जालौन डीएम बोले, अभियोजन अधिकारी आपसी समन्वय के साथ काम करें

विकास भवन में डीएम ने पुलिस अधीक्षक और अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने अभियोजन से जुड़े जितने भी मुकदमे लंबित हैं और जिनको जमानत मिल गई है उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया.

डीएम ने अभियोजन से जुड़े मामलों में अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
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Published : Aug 7, 2019, 9:01 AM IST

जालौन: डीएम डॉ मन्नान अख्तर ने उरई के विकास भवन में पुलिस अधीक्षक के साथ मिलकर अभियोजन और अपराध कानून समीक्षा की बैठक की. इसमें जिले के सभी पुलिस उपाधीक्षक और उपजिलाधिकारी को निर्देशित किया कि पुलिस अभियोजन अधिकारी आपसी समन्वय रखते हुए काम करें, जिससे न्यायालयों में राजकीय मामलों में सही पैरवी हो सके. उन्होंने कहा कि केस डायरी समय पर तैयार करके वांछित रिकॉर्ड मांग के अनुसार भेजे जाएं.

डीएम ने अधिकारियों के साथ की बैठक.
डीएम ने ये दिए निर्देश
  • विकास भवन में डीएम ने पुलिस अधीक्षक डॉ सतीश कुमार से अभियोजन से जुड़ी जानकारियां लीं.
  • अभियोजन से जुड़े जितने भी मुकदमे लंबित हैं और जिनको जमानत मिल गई है उनसे संबंधित चर्चा की.
  • जो दोषी पाए गए उनको कैसे जमानत मिल गई और किसी को अगर सबूत के अभाव में जमानत मिली है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने को कहा.
  • भविष्य में अगर कोई बरी हो तो आसानी से उसको जमानत न मिले.

जमानत प्रकरणों में नोट की जाने वाली केस डायरी में अभियुक्त का अन्य आपराधिक रिकॉर्ड न होने और केस डायरी को समय पर न भिजवाने की वजह से अभियुक्त को जमानत का फायदा मिल जाता है.चार्जशीट में गवाहों का पूरा पता, मोबाइल नंबर, ई-मेल अंकित किए जाने के सख्त निर्देश हैं. साथ ही किसी विभाग में अगर कोई परेशानी हो तो उस पर चर्चा की जाए. अपने-अपने क्षेत्र में आ रही लॉ एंड ऑर्डर की दिक्कतों और परेशानियों की जानकारी दें.
-डीएम डॉ मन्नान अख्तर

जालौन: डीएम डॉ मन्नान अख्तर ने उरई के विकास भवन में पुलिस अधीक्षक के साथ मिलकर अभियोजन और अपराध कानून समीक्षा की बैठक की. इसमें जिले के सभी पुलिस उपाधीक्षक और उपजिलाधिकारी को निर्देशित किया कि पुलिस अभियोजन अधिकारी आपसी समन्वय रखते हुए काम करें, जिससे न्यायालयों में राजकीय मामलों में सही पैरवी हो सके. उन्होंने कहा कि केस डायरी समय पर तैयार करके वांछित रिकॉर्ड मांग के अनुसार भेजे जाएं.

डीएम ने अधिकारियों के साथ की बैठक.
डीएम ने ये दिए निर्देश
  • विकास भवन में डीएम ने पुलिस अधीक्षक डॉ सतीश कुमार से अभियोजन से जुड़ी जानकारियां लीं.
  • अभियोजन से जुड़े जितने भी मुकदमे लंबित हैं और जिनको जमानत मिल गई है उनसे संबंधित चर्चा की.
  • जो दोषी पाए गए उनको कैसे जमानत मिल गई और किसी को अगर सबूत के अभाव में जमानत मिली है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने को कहा.
  • भविष्य में अगर कोई बरी हो तो आसानी से उसको जमानत न मिले.

जमानत प्रकरणों में नोट की जाने वाली केस डायरी में अभियुक्त का अन्य आपराधिक रिकॉर्ड न होने और केस डायरी को समय पर न भिजवाने की वजह से अभियुक्त को जमानत का फायदा मिल जाता है.चार्जशीट में गवाहों का पूरा पता, मोबाइल नंबर, ई-मेल अंकित किए जाने के सख्त निर्देश हैं. साथ ही किसी विभाग में अगर कोई परेशानी हो तो उस पर चर्चा की जाए. अपने-अपने क्षेत्र में आ रही लॉ एंड ऑर्डर की दिक्कतों और परेशानियों की जानकारी दें.
-डीएम डॉ मन्नान अख्तर

Intro:जिलाधिकारी डॉ मन्नान अख्तर ने उरई के विकास भवन में पुलिस अधीक्षक के साथ मिलकर अभियोजन और अपराध कानून समीक्षा की बैठक ली जिसमें जिले के सभी पुलिस उपाधीक्षक और उपजिलाधिकारी को निर्देशित किया कि पुलिस अभियोजन अधिकारी आपसी समन्वय रखते हुए काम करें जिससे न्यायालयों में राजकीय मामलों में सही पैरवी हो सके साथ ही अपराधियों और दोषियों को जमानत ना मिले इसके लिए केस डायरिया समय पर तैयार करके वांछित रिकॉर्ड मांग के अनुसार भेजे जाएं


Body:उरई के विकास भवन में जिलाधिकारी डॉ मन्नान अख्तर ने पुलिस अधीक्षक डॉ सतीश कुमार के साथ मिलकर सभी अधिकारियों से अभियोजन से जुड़ी जानकारियां एकत्रित की बैठक में जिलाधिकारी ने अभियोजन से जुड़े जितने भी मुकदमे लंबित हैं और जिन को जमानत मिल गई है उन पर संबंधित अधिकारियों से चर्चा की और जो दोषी पाए गए अपराधियों को किस कारण से जमानत मिल गई है और अगर किसी सबूत के अभाव में जमानत मिली है तो अभियुक्तों के खिलाफ सबूतों को इकट्ठा कर मुकदमों में लगाने को कहा गया क्योंकि भविष्य में अगर कोई बरी हो तो आसानी से जमानत उसको ना मिले डीएम ने केस डायरी आ और वंचित रिकॉर्ड के रिपोर्ट को समय-समय पर भिजवाने के लिए निर्देशित किया उन्होंने कहा कि जमानत प्रकरणों में तलब की जाने वाली केस डायरी ओं में अभियुक्त का अन्य आपराधिक रिकॉर्ड एक्स-रे व इंजरी रिपोर्ट संगठन नहीं होने तथा केस डायरीयो को समय पर ना भिजवाने की वजह से अभियुक्त को जमानत का फायदा मिल जाता है जिलाधिकारी ने चार्जशीट में गवाहों का पूरा पता मोबाइल नंबर ई-मेल अंकित किए जाने के सख्त निर्देश की दिए साथ ही किसी विभाग में अगर कोई परेशानी हो तो उस पर चर्चा की गई सभी उप जिलाधिकारी और पुलिस उपाध्यक्ष कौन है अपने-अपने क्षेत्र में आ रही लॉयन ऑर्डर की दिक्कतों और परेशानियों की जानकारी देकर निस्तारण की बात कही बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक डॉ अवधेश सिंह उपजिलाधिकारी भैरपाल सिंह सुनील शुक्ला आदि उपस्थित रहे


Conclusion:
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