जालौन: जनपद में मानसून का इंतजार कर रहे हैं किसानों और लोगों को राहत मिली है. गुरुवार को दोपहर दो घंटे से अधिक बारिश हुई, जिससे किसानों को राहत मिली है. वहीं बाजारों और गलियों में पानी भर जाने से उरई नगर पालिका की पोल खुल गई है.
आंकड़ों के अनुसार जुलाई माह में अभी तक ढाई सौ एमएम बारिश हो जानी चाहिए थी, लेकिन अभी भी सिर्फ 125 एमएम ही बारिश हुई है. बुंदेलखंड के जालौन जिले में गर्मी और उमस से जालौन के लोगों का बुरा हाल हो चुका था. बारिश न होने के चलते यहां के किसान ईश्वर से बारिश की प्रार्थना कर रहे थे. बारिश न होने के कारण किसानों की बोई जा चुकी फसल सूखने की कगार पर आ गई थी.
किसान बहुत समय से वर्षा का इंतजार कर रहे थे, क्योंकि किसान बारिश पर निर्भर रहते हैं. मूंग और अरहर की फसलों के लिए 60 सेंटीमाटर से लेकर 90 सेंटीमीटर वर्षा की जरूरत होती है. बारिश से किसानों की जल की पूर्ति हो जाएगी.
-विक्टर जोशी, कृषि वैज्ञानिक