जालौन: जिले के उरई तहसील के अंतर्गत कुसमिलिया गांव में जमीन के दस्तावेज दाखिल खारिज कराने के नाम पर रिश्वत मांग रहे लेखपाल को गुरुवार को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया. एंटी करप्शन की टीम ने उरई कोतवाली में लेखपाल पर एफआईआर दर्ज कराई है. लेखपाल के रिश्वत लेने के दौरान पकड़े जाने पर राजस्व विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
पूरा मामला उरई मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर डकोर ब्लॉक के कुसमिलिया गांव का है. जहां हरिशंकर लेखपाल पद पर तैनात हैं. बीते कई दिनों से कुसमिलिया गांव के रहने वाले राजेंद्र कुमार राजपूत ने पिता की मृत्यु हो जाने के बाद अपनी जमीन का दाखिल खारिज कराने के लिए लेखपाल को प्रार्थना पत्र दिया था. जिसकी जांच करने के लिए लेखपाल हरिशंकर 20 से 25 दिनों से फरियादी को बहला रहे थे. इस संबंध में फरियादी राजेंद्र कुमार ने प्रार्थना पत्र उपजिलाधिकारी उरई को रजिस्टर्ड डाक से भी भेजा. इसके बाद भी लेखपाल के कार्य के प्रति कोई गंभीरता नहीं आई.
फरियादी राजेंद्र कुमार ने परेशान होकर लेखपाल से बात की तो लेखपाल ने दाखिल खारिज कराने के नाम पर 10 हजार की रिश्वत मांगने लगा. फरियादी ने बताया कि मेरे पास इतने रुपये नहीं है. उसके बाद 5000 रुपये घूस की बात बोलने लगा. तब फरियादी ने तंग आकर एंटी करप्शन टीम झांसी से शिकायत की. फिर योजना बनाकर 20 तारीख को तहसील उरई में रिश्वत देने के लिए लेखपाल को बुलाया गया. जहां पहले से घात लगाए टीम ने लेखपाल को रंगे हाथों धर दबोचा.
प्रभारी निरीक्षक एंटी करप्शन टीम ने बताया लेखपाल को रंगे हाथों पकड़ा गया है. इसके संबंध में उरई कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कराया जा रहा है. उसके बाद विधिवत कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
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