जालौन: जिले के गांव सिद्धपुरा की 55 ड्रॉपआउट छात्राओं का डीएम ने दोबारा स्कूल में दाखिला कराया है. दरअसल डीएम का उद्देश्य इन छात्राओं का शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना है. वहीं डीएम डॉ. मन्नान अख्तर ने बालिकाओं को स्कूल बैग किताबें भेंटकर उन्हें स्कूल आने जाने के लिए साइकिल उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया.
जिले के उरई मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर यमुना नदी के बीहड़ पट्टी में बसा गांव सिद्धपुरा और आसपास के इलाकों में रहने वाली लड़कियों की शिक्षा आठवीं तक हो पाती थी और आगे की क्लास की पढ़ाई स्कूल न हो जाने की वजह से मजबूरन छोड़नी पड़ती थी.
वहीं अब जिला प्रशासन ने सिद्धपुरा के स्कूल में ही शिक्षक उपलब्ध कराकर दसवीं तक की पढ़ाई शुरू कर दी है, जिससे लड़कियों को अपनी पढ़ाई पूरी करने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो.
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हम लोग सिद्धपुरा गए थे, तब पता चला था कि दसवीं तक का स्कूल नहीं होने की वजह से गांव की लड़कियां पढ़ाई छोड़ देती थीं. जिला प्रशासन की मदद से उच्च प्राथिमक स्कूल में 10वीं क्लास की कक्षाओं को शुरू किया गया है.
-डॉ. मन्नान अख्तर, डीएम