हाथरस: जिला अस्पताल में एक मरीज के तीमारदार ने शुक्रवार को हंगामा खड़ा कर दिया. इमरजेंसी में तैनात स्टॉफ का कहना है कि तीमारदार अपनी तरह से मरीज का इलाज कराना चाह रहा था. ऐसा न होने पर वह शोर-शराबा करने लगा. बाद में अस्पताल प्रशासन को पुलिस बुलानी पड़ी.
मरीज के वहां पहुंचने पर डॉक्टर और स्टॉफ (doctors and staff) ने उसे इलाज देना शुरू कर दिया था लेकिन तीमारदार अपनी तरह से उसका इलाज चाह रहा था. इसी बात को लेकर तीमारदार इमरजेंसी में शोर-शराबा करने लगा. जब इमरजेंसी में मौजूद स्टॉफ ने उसे बहुत समझाने की कोशिश की लेकिन वह समझने को तैयार नहीं था. फिर दोनों तरफ से बहस शुरू हो गई. शोर-शराबा होता देखकर अस्पताल के सीएमएस ने पुलिस को बुला लिया. पुलिस ने दोनों पक्षों की बात सुनकर मामला शांत कराया.
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सीएमएस डॉ.सूर्य प्रकाश ने बताया कि एक मरीज इमरजेंसी में आया था. उसका एक तीमारदार शोर-शराबा कर रहा था. जब तेज आवाज में शोर-शराबा होने लगा तब मैं पहुंचा. तब तक डॉक्टर मल्होत्रा उसका इलाज शुरू कर चुके थे. वह अपने हिसाब से इलाज चाहता था. मेरे हिसाब से ऑक्सीजन लगाई जाए. वह जोर-जोर से चिल्ला रहा था जबकि 5 मिनट पहले मरीज का इलाज शुरु हो चुका था. डॉ.मल्होत्रा और फार्मासिस्ट राकेश उसका इलाज शुरू कर चुके थे लेकिन फिर भी वह बदतमीजी कर रहा था.
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