हरदोई: जिले में रोडवेज बस स्टेशन के बाहर गुरुवार को सैकड़ों कर्मचारियों व अधिकारियों ने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने 2001 के संविदा कर्मियों को नियमित करने और राष्ट्रीयकृत राजमार्गों को प्राइवेट सेक्टर में तब्दील करने के फरमान को वापस लेने की मांगे रखी. सात सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मांगे पूरी न होने पर चक्का जाम करने और सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने की चेतावनी भी दी.
सरकार से फरमान वापस लेने की मांग
उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम कर्मचारियों और अधिकारियों ने संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले हरदोई डिपो के रोडवेज स्टेशन के बाहर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने सरकार से 60 फीसदी राष्ट्रीयकृत राजमार्गों को प्राइवेट सेक्टर में बदलने का फैसला वापस लेने की मांग की.
प्रदर्शनकरियों ने कहा कि इस फरमान से सिर्फ कुछ गिने चुने लोगों का ही फायदा होगा. इससे परिवहन विभाग के अधिकारी व कर्मचारीयों का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा. इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने 2001 में हुए समझौते को लेकर, जिसमें सभी संविदाकर्मियों को नियमित करने का दावा किया गया था, उसे पूरा करने की भी मांग की.
'बंद हो डग्गामार गाड़ियां'
प्रर्शनकारियों ने लगातार बढ़ रहे डग्गामार वाहनों पर रोक लगाने की मांग भी की, जिससे परिवहन विभाग को हो रहे राजस्व के नुकसान को रोका जा सके. उन्होंने कहा कि मांगे पूरी न होने की दशा में प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर वह चक्का जाम करने से भी नहीं चूकेंगे. वृहद आंदोलन कर सरकार से आर पार की लड़ाई लड़ेंगे.