हाथरस : जिले में लंबे समय से रहस्यमई बुखार का कहर जारी है. इसे रोकने में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं फेल साबित हो रहीं हैं. जनपद में फैले रहस्यमई बुखार से प्रतिदिन कई लोगो के मरने के केस आ रहे हैं. मरने वालों की लिस्ट में बच्चे, जवान, बूढ़े सभी शामिल हैं.
बुखार से लगातार हो रही मौत को रोकने में शासन-प्रशासन फेल साबित हो रहा है. इसी बात को लेकर मंगलवार को समाजवादी पार्टी के नेताओं/कार्यकर्ताओं ने सीएमओ कार्यालय पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मुख्य चिकित्साधिकारी(सीएमओ) को ज्ञापन भी सौंपा. विरोध प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे सपा नेता रामनारायण काके ने कहा कि आज तो सिर्फ धरना दिया है. यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो समाजवादी पार्टी आंदोलन करेगी. उन्होंने कहा कि जब तक समस्या का समाधान नहीं हो जाएगा, हम अधिकारियों को चैन से नहीं बैठने देंगे.
बता दें, कि हाथरस जनपद में काफी समय से रहस्यमई बुखार का प्रकोप छाया है. जिसके कारण बच्चे, बूढ़े, जवान सभी की मौत हो रही है. सरकारी हो या निजी सभी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ लगी रहती है. सरकारी आंकड़ों पर नजर डालें तो जिले में अब तक 1,700 लोगों का टेस्ट किया गया है. जिसमें सिर्फ 290 डेंगू के केस निकले हैं. वहीं स्वास्थ्य विभाग डेंगू से हुई मौत का आंकड़ा 4 बता रहा है.
इस मामले पर सीएमओ चंद्र मोहन चतुर्वेदी ने बताया कि स्वास्थ्यकर्मी पूरी क्षमता के साथ काम करने में लगे हैं. इस समस्या से निपटने के लिए गांव-गांव जाकर शिविर लगाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिले में डेंगू और वायरल दोनों तरह के बुखार का प्रकोप है. जिले में अब तक 1,700 टेस्ट कराए गए हैं, जिनमें से 290 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. डेंगू से 4 मरीजों की मौत हुई है. इसके अलावा 20 से 25 मरीजों को बुखार व कुछ मरीजों की अन्य बीमारी से मौत हुई है. मंगलवार को जनपद में 2 लोगों की मौत हुई है, जिस क्षेत्र में लोगों की मौत हुई है. स्वास्थ्य विभाग की टीम वहां भेजी गई थी. मौत किस बीमारी से हुई है, अभी यह स्पष्ट नहीं है.
डेंगू से हो रही मौत के आंकड़े झूठे
रहस्यमई बुखार से लगातार हो रही मौत के मामले में मंगलवार को समाजवादी पार्टी ने विरोध प्रदर्शन किया. इस मौके पर वरिष्ठ सपा नेता रामनारायण काके ने कहा कि स्वास्थ्य के अधिकारी झूठे आंकड़े पेश कर रहे हैं. डेंगू से सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है. उन्होंने कहा कि हम रोजाना मौके पर जनता के बीच जा रहे हैं. डेंगू बीमारी भयंकर रूप ले चुकी है. जिले के 80 फीसद गांव इसकी चपेट में हैं. पीड़ितों को किसी भी प्रकार का इलाजन नहीं मिल रहा है.