हाथरस: अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा मानवेंद्र सिंह और निर्भया केस में आरोपियों के वकील रहे एपी सिंह हाथरस कांड के आरोपियों के घर पहुंचे. यहां उन्होंने आरोपियों के परिवार के लोगों से मुलाकात की. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए वकील एपी सिंह ने कहा कि वह आरोपियों के वकील के तौर पर यह केस लड़ने जा रहे हैं. इस दौरान एपी सिंह ने यह भी बताया कि वह बिना फीस के केस नहीं लड़ते हैं. इस केस में भी वह फीस लेकर ही केस लड़ेंगे. जानकारी के अनुसार, उनकी फीस क्षत्रिय महासभा द्वारा दी जाएगी.
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले का राजनीतिकरण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस केस में एससी-एसटी एक्ट का दुरुपयोग हुआ है. पीड़िता के साथ कोई रेप नहीं हुआ. इसके बावजूद निर्दोषों को फंसाया जा रहा है. वह अपने मुवक्किल को न्याय दिलाएंगे.
वहीं अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा मानवेंद्र सिंह ने कहा कि इस केस में जो लड़के फंसाये जा रहे हैं हम उन्हें न्याय दिलाएंगे. इसके लिए ही वह सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह के साथ यहां आए हैं.
गौरतलब है कि इस मामले में आरोपी बनाए गए संदीप सिंह ने पुलिस अधीक्षक हाथरस को पत्र लिखा था. इस पत्र में उसने लिखा था कि उसे झूठे केस में मृतका के परिजनों ने ही फंसाया है. पत्र में उसने यह भी लिखा है कि उसकी दोस्ती मृतका से थी और यह बात उसके परिवार को पसंद नहीं थी.
इस राजा मानवेंद्र सिंह ने कहा कि बिटिया दुखद मृत्य हुई है. हम संवेदना व्यक्त करते हैं. इस मामले में अभी कोई निष्कर्ष सामने नहीं आया है. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर हाथरस में दंगा कराने की साजिश थी. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह कांग्रेस, सपा ,बसपा और भीम आर्मी का मिला-जुला षड्यंत्र है.
मानवेंद्र सिंह ने कहा कि इस केस को लेकर प्रदेश सरकार और योगी आदित्यनाथ के खिलाफ एक बहुत बड़ा षड्यंत्र रचा गया था. पूर्व मंत्री ने कहा कि इस मामले में कहा जा रहा है कि मॉरीशस से फंडिंग हुई है. पीड़िता के शव को रात में जलाए जाने को उन्होंने दुखद बताया और कहा कि पता चला था कि शव को यदि रात में नहीं जलाया जाता तो दंगा भड़क सकता था. इस मामले में उन्होंने भाजपा के कुछ लोगों की मिलीभगत बताई और कहा कि मुख्यमंत्री को अस्थिर करने कर सरकार को बदनाम करने व गिराने की साजिश भी थी.