हाथरस: जिले में हुई दरिंदगी के खिलाफ पूरे देश में प्रदर्शन चल रहा है. वहीं सरकार और पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं. इस बीच राजनीतिक पार्टियां जगह-जगह प्रदर्शन कर रही हैं. मामले को लेकर जिले के चंदपा कोतवाली इलाके में भी गहमागहमी देखने को मिली.
इस दौरान मृतका के पीड़ित परिवार से मिलने जाते समय तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की पुलिस से धक्का-मुक्की हो गई. वहीं शाम होते-होते आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भी पुलिस से भिड़ गए. हालांकि इसके बावजूद पुलिस ने किसी को भी पीड़ित परिजनों से मिलने नहीं दिया.
दरअसल, हाथरस कांड को लेकर देश की राजनीति गर्मा गई है. इसी क्रम में तृणमूल कांग्रेस का डेलिगेशन चंदपा कोतवाली इलाके के अंदर जाना चाह रहा था. जब पुलिस ने रोकना उन्हें रोकना चाहा तो उनकी पुलिस से धक्का-मुक्की हो गई. वहीं आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अंदर जाने के लिए बैरियर पर ही धरना शुरू कर दिया. इस बीच इन्हें हटाने के लिए पुलिस को जोर आजमाइश करनी पड़ी.
बीजेपी सरकार पर निशाना साधते आम आदमी पार्टी की नेता मोनिका थापर ने कहा कि सत्ता में आने से पहले बीजपी का नारा 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' था, लेकिन ये सरकार बेटियों को सुरक्षा देने और न्याय दिलाने में विफल रही है. उन्होंने बताया कि वे लोग शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन पुलि ने जानबूझकर उन्हें रोकने की कोशिश की.
दरअसल, पिछले दिनों हाथरस जिले के चंदपा कोतवाली के एक गांव में एक युवती से दरिंदगी का मामला सामने आया था. घटना के बाद पीड़िता की दिल्ली में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. वहीं दरिंदगी करने वालों में चार युवकों का नाम सामने आया है. इन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं दूसरी तरफ मेडिकल जांच, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच में मृतिका के साथ दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है.