हाथरस: चुनाव खत्म होने के बाद अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जिलों का दौरा करना शुरू हो गया है. हाथरस और अलीगढ़ में सीएम योगी का दौरा 19 मई को प्रस्तावित था. किन्हीं कारणों से उनका कार्यक्रम टल गया. अब माना जा रहा है कि वह 15 जून के आसपास जिले का दौरा कर सकते हैं. इस दौरान वह अस्थाई गौशालाओं का भी निरीक्षण कर सकते हैं. इस बात को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों में खलबली मची हुई है.
सीएम के दौरे को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट
- सीएम के संभावित दौरे को लेकर प्रशासनिक अधिकारी जिले में बनी अस्थाई गौशालाओं की व्यवस्थाओं को सुधारने मैं जुटे हुए हैं.
- हाथरस के सासनी में पराग डेयरी में बनाई गई अस्थाई गौशाला जिले की सबसे बड़ी गौशाला है.
- पिछले दिनों अव्यवस्थाओं के कारण गौशाला में दर्जनों गोवंश की मौत हो गई थी, लेकिन प्रशासन पर इसका कोई असर नहीं पड़ा था.
- मुख्यमंत्री के आने की धमक से प्रशासन चौकन्ना हो गया और गौशालाओं का कायाकल्प कराना शुरू कर दिया है.
गौशालाओं की स्थिति दयनीय
- सासनी में जिले की सबसे बड़ी अस्थाई गौशाला पराग डेयरी में बनाई गई है, जिसमें अव्यवस्थाओं का भंडार था.
- यहां रहने वाले पशुओं के लिए न तो चारे की पर्याप्त व्यवस्था थी और न ही उनके रहने का इंतजाम.वहीं, प्रशासन ने अब गौशाला में अव्यवस्थाओं को सुधारना शुरू कर दिया है.
- पराग डेयरी में बनी अस्थाई गौशाला में प्रशासन ने गोवंशों के लिए कई टिन शेड बनवा दिए हैं और चारे व पानी की व्यवस्था को दुरुस्त करा दिया है.
- प्रशासनिक अधिकारियों ने गौशाला में मौजूद 640 गोवंश के लिए पशु चिकित्सकों की ड्यूटी भी लगा दी है.
- अब पराग डेयरी में बनी अस्थाई गौशाला में लगभग 10 कर्मचारी तैनात कर दिए गए हैं जो कि गोवंश की देखभाल करेंगे.
मेरे आने के बाद सासनी की पराग डेयरी में बनी अस्थाई गौशाला में लगभग 600 गोवंश है. उन सभी गोवंश की जियो टैगिंग कराई गई है और उनका बधिया करण भी कराया गया है. इसके अलावा अस्थाई गौशाला में 28 टिन शेड भी बनाए गए हैं. उनके लिए चारेऔर पानी की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है. गौशाला में बीमार पशुओं के लिए तीन डॉक्टरों की तैनाती की गई है, जो पूरे दिन गौशाला में रहते हैं. गौशाला में पशुओं की देखभाल के लिए लगभग 10 लोग हमने लगा रखे हैं, जो पशुओं की देखभाल कर रहे हैं.
-प्रवीण कुमार लक्षकार, जिलाधिकारी, हाथरस