हाथरस/पीलीभीत/शामली(ईटीवी भारत डेस्क): उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग(Uttar Pradesh Subordinate Services Selection) की प्रारंभिक पात्रता (पीईटी-2022) प्रदेश भर में 15 और 16 अक्टूबर को आयोजित की गई. परीक्षा की निगरानी के शासन-प्रशाशन की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए थे. सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी से निगरानी की गई, वहीं सेक्टर व केंद्र व्यवस्थापकों को भी नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए तैनात किया गया था. इस कठिन पहरे में भी कई सॉल्वर नकल करते हुए पकड़े गए.
PET परीक्षा के के दौरान 5 सॉल्वर गिरफ्तार
यूपी एसटीएफ ने पीईटी-2022 की परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर सॉल्वर को बैठाने व अन्य माध्यमों से नकल कराने वाले गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. एसटीएफ की टीम ने महाराजगंज से अनिल कुमार यादव, प्रवीण कुमार, गाजीपुर से सुरेश यादव, समन कुमार, प्रतापगढ़ से जितेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों के पास मोबाइल फोन, आधार कार्ड, निर्वाचन कार्ड, एटीएम कार्ड, एडमिट कार्ड, फर्जी प्रवेश पत्र बरामद किया है.
एसटीएफ की पूछताछ में अनिल कुमार यादव ने बताया कि मोहन पासवान निवासी गोरखपुर के माध्यम से 60,000 रुपये में सॉल्वर बिठाने की बात हुई थी. मोहन ने बिहार निवासी प्रवीण कुमार को सॉल्वर के रूप में परीक्षा देने के लिए भेजा गया. मोहन पासवान को 60000 रुपये देना बाकी था. पकड़े गए अनिल यादव ने बताया कि सॉल्वर को 20,000 रुपये मिलता है, जबकि बाकी पैसा मोहन रखता है.
एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक लाल प्रताप सिंह ने बताया कि परीक्षा के पहले से ही एसटीएफ ने परीक्षा को नकल विहीन कराने व सॉल्वरों के खिलाफ कार्रवाई करने की योजना बनाई थी. जिसके तहत उत्तर प्रदेश के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर टीमों का गठन किया गया. कार्रवाई में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आज उत्तर प्रदेश के 75 जनपदों में कुल 18 से 99 परीक्षा केंद्रों पर 4 पालियों में परीक्षा का आयोजन किया गया है. पूरे देश में आज 37 लाख 58209 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी है.
यूपीपीईटी (PET) परीक्षा में दूसरे दिन बैठे कुल 87,355 अभ्यर्थी, 32,789 अभ्यार्थियों ने छोड़ी परीक्षा
प्रदेश में PET परीक्षा रविवार को पहली पाली सुबह 10 बजे से शुरू हुई. पहली पाली में 43,705 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी. वहीं, 16,367 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी. जबकि रजिस्ट्रेशन 60072 अभ्यर्थियों ने किया था. ज्यादातर अभ्यार्थियों ने परीक्षा दूर सेंटर होने के कारण छोड़ दी. PET परीक्षा के लिए यूपी में 1899 एग्जाम सेंटर बनाए गए. वहीं, दूसरी पाली में 43,650 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी. जबकि रजिस्ट्रेशन करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या कुल 60,072 थी. लेकिन 16,422 अभ्यार्थियों ने यूपीटीईटी की परीक्षा छोड़ दी.
गौरतलब है कि शनिवार को पहले दिन हुई इस परीक्षा में पहली और दूसरी शिफ्ट में करीब 12.49 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए. जबकि कुल 18 लाख 79 हजार 106 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन किया था. इस तरह 6 लाख 29 हजार 888 अभ्यर्थी परीक्षा में नहीं बैठे. वहीं, PET परीक्षा से एक दिन पहले ही रात से रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर भारी भीड़ उमड़ी रही. ट्रेन आती देख लोग बैठने की जद्दोजहद शुरू कर देते. जैसे ही कानपुर, झांसी, वाराणसी में रेलवे स्टेशन की बात करें तो प्लेटफॉर्म पर ट्रेन धीमी होते ही धक्का-मुक्की शुरू हो गई. लड़कियां भी भीड़ में किसी तरह बैठने की जद्दोजहद करती दिखीं.
फिरोजाबाद में एक सॉल्वर गिरफ्तार
फिरोजाबाद जिले के लाइन पार थाना पुलिस ने एक ऐसे युवक को गिरफ्तार कर जेल भेजा है, जो दूसरे परीक्षार्थी के स्थान पर परीक्षा देने के लिए जा रहा था. पकड़े गए जालसाज ने 1 लाख रुपये में परीक्षा देने का ठेका लिया था. आरोपी के कब्जे से नकली एडमिट कार्ड और अन्य जाली दस्तावेज बरामद किए हैं. पकड़े गए आरोपी का नाम मनोज पुत्र कमल किशोर हाल निवासी शंभू नगर थाना शिकोहाबाद है. आरोपी मनोज रसूलपुर थाना क्षेत्र के एकता नगर का रहने वाला है.
थाना प्रभारी लाइनपार महेश सिंह ने बताया कि आरोपी को रविवार को चंद्रवार गेट पुल के पास से गिरफ्तार किया गया है.आरोपी के कब्जे से एक फर्जी आधार कार्ड,फर्जी प्रवेश पत्र समेत अन्य सामान भी बरामद किया है.
पूछताछ में मनोज ने बताया कि वह रूपेंद्र पुत्र बलबीर सिंह निवासी बिधूना रोड सौरिख कन्नौज के स्थान पर PET की परीक्षा देने के लिए गांधी स्मारक इंटर कालेज जीटी रोड एटा जा रहा था. पुलिस के मुताबिक यह परीक्षा पास करने के लिए आरोपी ने एक लाख रुपये में सौदा किया था. आरोपी ने 25 हजार रुपया एडवांस में दिए थे, शेष 75 हजार रुपये परीक्षा पास करने के बाद मिलने की बात तय हुयी थी. आरोपी ने पुलिस को बताया कि मेरा और परीक्षार्थी का हुलिया एक जैसा होने के कारण उसने रूपेश की जगह बैठने का फैसला किया था. थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी को सुसंगत धाराओं में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है.
हाथरस में दूसरे छात्र की परीक्षा देता पकड़ा गया मुन्नाभाई
हाथरस जिले के सेठ हरचरन दास इंटर कॉलेज (Seth Harcharan Das Inter College) में रविवार को एक छात्र की जगह परीक्षा देने आया मुन्नाभाई पकड़ा गया. दूसरे छात्र के स्थान पर परीक्षा दे रहे मुन्नाभाई को प्रवेश पत्र के फोटो मिलाने के समय पकड़ा गया. दूसरे की परीक्षा दे रहे मुन्नाभाई की फोटो मूल परीक्षार्थी से नहीं मिल रही थी. पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया है. एसडीएम ने बताया कि इस मामले में तहरीर दे दी गई है. विधिक कार्रवाई की जा रही है. बता दें कि रविवार को पहली पाली में यूपी एसएसएससी की प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (PET Exam in hathras) थी.
परीक्षा में कन्नौज से छात्र राहुल कुमार के स्थान पर राजस्थान के जिला जारौल के थाना रानीवाड़ा के गांव पुर का मनोज उर्फ मनोहर लाल परीक्षा दे रहा था. इसी दौरान कक्ष निरीक्षक रानी और कुमारी निवेदिता परीक्षार्थियों के आधार से फोटो का मिलान कर रही थीं, तभी यह पकड़ा गया. इसके बाद मामले से प्रिंसिपल और अधिकारियों को अवगत कराया गया. वहीं, मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को पकड़कर कोतवाली ले आई. जहां उससे और पूछताछ की जा रही है. इस मामले में विद्यालय प्रबंधन लिखापढ़ी कर रहा है. एसडीएम अंजलि गंगवार ने बताया कि एक फर्जी फिकेशन का केस मिला है. एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति का पेपर देने आया था, जिसका फोटो अलग था. तहरीर के आधार पर मामले में कार्रवाई की जा रही है.
PET परीक्षा के दूसरे दिन प्रयागराजम में उमड़ी भीड़, बस में सीट के लिए मारामारी
पीईटी परीक्षा के दूसरे दिन प्रयागराज में खूब भीड़ दिखी. बसों में सीट के लिए खूब मारामारी हुई. संगम नगरी की सड़कों पर हजारों की संख्या में अभ्यर्थी 2 पालियों में परीक्षा देने के लिए पहुंचे थे. वाराणसी रुट की तरफ जाने वाली बसों में अभ्यर्थियों को एक-एक सीट पाने के लिए खासी धक्का-मुक्की सहनी पड़ी.
20 हजार में दूसरे की जगह परीक्षा देने वाला मुन्नाभाई अरेस्ट
उत्तर प्रदेश में प्रारंभिक अर्हता परीक्षा पेट के दौरान दूसरे की जगह पर परीक्षा देने वाले मुन्नाभाई को एसटीएफ की प्रयागराज युनिट ने गिरफ्तार किया है. एसटीएफ ने शहर के जार्ज टाउन थाना क्षेत्र के दिव्याभा गर्ल्स इंटर कॉलेज में दूसरे अभ्यर्थी की जगह पर बैठकर परीक्षा देने वाले समन कुमार शर्मा को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए मुन्नाभाई ने बताया कि उसने 20 हजार रुपये में दूसरे की जगह बैठकर परीक्षा देने का ठेका लिया था. इसी तरह से एसटीएफ की दूसरी यूनिट ने अन्य जिलों से भी इस परीक्षा में मुन्नाभाई पकड़े हैं. पकड़े गए मुन्नाभाई के कब्जे से एसटीएफ को फर्जी एडमिट कार्ड,आधार कार्ड, निर्वाचन कार्ड,एटीएम कार्ड के साथ मोबाइल और साढ़े चार हजार रुपए कैश बरामद हुए हैं.
लखनऊ में परीक्षार्थियों की भीड़ काबू करने रेलवे स्टेशन पहुंचे DRM, रेलवे ने चलाईं 8 परीक्षा स्पेशल ट्रेनें
पीईटी परीक्षा के दूसरे दिन रविवार को भी परीक्षार्थियों का हुजूम उमड़ पड़ा. ट्रेनों और बसों में परीक्षार्थियों की भारी भीड़ जुटी. परिवहन निगम ने पहले से ही अतिरिक्त बसों की व्यवस्था कर यात्रियों को राहत पहुंचाई, वहीं भारतीय रेलवे ने भी कई परीक्षा स्पेशल ट्रेनें चलाकर और ट्रेनों की दूरी बढ़ाकर परीक्षार्थियों को राहत पहुंचाने का काम किया. हालांकि परीक्षार्थियों की संख्या काफी ज्यादा होने के चलते यह साधन भी कम ही पड़ गए. पीईटी की दूसरी पॉली की परीक्षा शाम 5.00 बजे खत्म हुई. इसके एक घंटे बाद रेलवे स्टेशन से लेकर बस स्टेशनों पर अभ्यार्थियों की भारी भीड़ जुटनी शुरू हुई जो देर रात तक जारी रही.
परीक्षार्थियों की भारी भीड़ को देखते हुए उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक सुरेश कुमार सपरा और सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा ने मोर्चा संभाला. चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचकर यात्रियों से बात की, उन्हें भरोसा दिलाया कि परीक्षा विशेष ट्रेनें संचालित की जा रही हैं. ट्रेनों की दूरी बढ़ाई जा रही है जिससे परीक्षार्थियों को किसी तरह की कोई दिक्कत ना होने पाए. डीआरएम एसके सपरा लगातार मानिटरिंग करते रहे कि किसी तरह की परेशानी न हो.
परिवहन निगम के अधिकारी भी बस स्टेशनों पर पहुंचे और यात्रियों के लिए समय पर बसें उपलब्ध कराने का प्रयास किया. हालांकि रेलवे और परिवहन की व्यवस्थाओं के बावजूद रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर परीक्षार्थी ट्रेन और बसों के इंतजार में भटकते रहे. स्टेशन पर पूछताछ काउंटर से लेकर प्लेटफार्म तक परीक्षार्थियों का हुजुम उमड़ा. ट्रेन की बोगियों में भीड़ के आगे आम यात्री बेबस नजर आए. एसी बोगी में कंफर्म सीट पर बैठे यात्रियों के बीच अभ्यार्थियों ने सीटों पर जबरन कब्जा कर लिया जिसकी शिकायत यात्रियों ने 139 पर की. बस स्टेशन पर भी यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ी. बसों के अंदर भी खचाखच यात्री भरकर चले.
पीलीभीत में PET परीक्षा दे रहे सॉल्वर को दबोचा
पीलीभीत में PET परीक्षा में फर्जी अभिलेखों के सहारे परीक्षा देते अभियुक्त पकड़े जाने से हड़कंप मच गया. पुलिस ने सॉल्वर को हिरासत में लेकर पूछताछ शूरू कर दी. बता दें कि थाना कोतवाली क्षेत्र में बेनहर पब्लिक स्कूल में PET परीक्षा की प्रथम पाली में बृजेश कुमार नाम के एक अभियुक्त को पुलिस ने हिरासत में लिया है. बृजेश मूल रूप से लखीमपुर जिले का रहने वाला है, वह आकाश नाम के एक अन्य व्यक्ति के एडमिट कार्ड पर परीक्षा दे रहा था. बृजेश कुमार के पास से बरामद हुआ एडमिट कार्ड का रजिस्ट्रेशन नंबर और फोटो मैच नहीं कर रहा था. अपर पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन त्रिपाठी ने बताया है संदिग्ध व्यक्ति को परीक्षा के दौरान हिरासत में लिया गया है, मामले की जांच की जा रही है.
जिन अभ्यर्थियों की (PET) परीक्षा छूटी है, उन्हें फिर मिले परीक्षा देने का अवसर, कांग्रेस ने सीएम को भेजा पत्र
लखनऊ में आयोजित पीईटी परीक्षा(PET Exam) दो पाली में संपन्न हुई. खराब यातायात प्रबंधन की वजह से कई परीक्षार्थी PET परीक्षा में शामिल नहीं हो सके. जिन अभ्यर्थियों की परीक्षा छूट गई है, उन्हें फिर से मौका मिले. इसके लिए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विकास श्रीवास्तव ने सीएम योगी को पत्र लिखा है.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि बेरोजगार युवाओं और छात्रों के समर्थन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अब तक किए गए बड़े-बड़े दावे आज फिर हवाई निकले. (PET) परीक्षा को लेकर भारतीय रेल और उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की खस्ताहाल तैयारियों और लापरवाही के चलते अभ्यार्थियों को भारी अव्यवस्था का शिकार होना पड़ा.
पहले से ही परीक्षा के दबाव महसूस कर रहे युवाओं को पूरी पूरी रात अपने परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए यातायात के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. 72 सीट वाले रेलवे कोच में 700 से 800 अभ्यार्थी देखे गए, सांस लेने तक में लोगों को दिक्कत हुई. ऐसी विसंगतपूर्ण स्थिति से तमाम अभ्यार्थी बीमार हो गए. दिव्यांग और महिलाओं को यात्रा में खासी दिक्कत का सामना करना पड़ा. उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने उक्त पत्र में मांग की है कि जिन परीक्षार्थियों की परीक्षा शासकीय कुव्यवस्था के कारण छूटी है, उन्हें पुनः परीक्षा देने का अवसर प्रदान किया जाए और ऐसे छात्रों को उचित मुआवजा भी दिया जाए.
शामली में 10 हजार के लिए सॉल्वर बना रेलवे कर्मचारी, PET परीक्षा में 3 गिरफ्तार
शामली में UPSSSC प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (PET) के दूसरे दिन 2 सॉल्वर पकड़े गए, जबकि एक असली परीक्षार्थियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के मुताबिक पकड़ा गया एक सॉल्वर रेलवे का कर्मचारी है, जबकि दूसरा बिहार से परीक्षा देने के लिए आया था. पुलिस ने एक रेलवे कर्मचारी समेत 3 को गिरफ्तार किया है. अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने बताया कि रविवार को UPSSSC प्रारंभिक पात्रता परीक्षा के दूसरे दिन पुलिस ने जिले के गांव बुच्चाखेडी निवासी देशराज नाम के अभियुक्त को बतौर सॉल्वर गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार किया गया आरोपी रूड़की में रेलवे में नौकरी करता है. एएसपी ने बताया कि देशराज परीक्षा केंद्र पर विकास नाम के परीक्षार्थी के स्थान पर PET परीक्षा देने के लिए आया था. पूछताछ में सामने आया है कि रेलवे कर्मचारी ने सॉल्वर के रूप में परीक्षा देने के लिए 10 हजार रुपये में सौदा तय किया था. PET परीक्षा के नोडल अधिकारी, एडीएम शामली, संतोष कुमार ने बताया कि पुलिस और प्रशासनिक टीम द्वारा समस्तीपुर बिहार के रहने वाले अमित को भी गिरफ्तार किया है, जो 20 हजार रुपये के सौदे में बागपत जिले के गांव धनान पट्टी के रहने वाले गौरव खोकर के स्थान पर परीक्षा देने के लिए आया था. पुलिस ने गौरव खोकर को भी परीक्षा केंद्र के बाहर से गिरफ्तार कर लिया है. सभी अभियुक्तों के खिलाफ शामली के थाना आदर्श मंडी पर मुकदमा दर्ज किया गया है. गौरतलब है कि PET परीक्षा के पहले दिन शनिवार को भी जिले के परीक्षा केंद्रों से 3 सॉल्वर समेत 2 असली परीक्षार्थियों को गिरफ्तार किया गया था.
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