हाथरस के चंदपा कोतवाली में लड़की से दरिंदगी और उसकी मौत चर्चा का बड़ा विषय है. इस मामले में दोषी मानते हुए पुलिस अधिकारियों के खिलाफ तो कार्रवाई कर दी गई है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों खासकर डीएम के खिलाफ कार्रवाई न होने से तमाम सवाल खड़े हो गए हैं. शनिवार को सुबह भी प्रशासन का तानाशाह पूर्ण रवैया जारी रहा है. लेकिन कुछ देर बाद मीडिया को गांव में अंदर जाने की अनुमति दी गई. मीडिया को गुरुवार से गांव में जाने की पाबंदी थी. कहा जा रहा था कि एसआईटी की जांच प्रभावित न हो इसलिए मीडिया को गांव के अंदर जाने की अनुमति नहीं थी. लेकिन परिवार के लोगों से बात हुई तो पता लगा कि गुरुवार को भी एसआईटी आई थी. उसके बाद शुक्रवार को कोई सदस्य नहीं आया और न ही आज शनिवार को आया है. लखनऊ से अधिकारियों के आने से पहले मीडिया को अंदर जाने की छूट दी गई है. दिल्ली प्रदेश से अखिल भारतीय वाल्मीकि महापंचायत के अध्यक्ष अनिल कुमार अपने साथियों के साथ गांव जाने वाले रास्ते पर बैरियर के पास धरने पर बैठे थे. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए. दोषियों को सजा मिलनी चाहिए. इस मामले में जो अधिकारी शामिल हैं, उन्हें भी जेल होनी चाहिए. लखनऊ से डीजीपी हितेंद्र अवस्थी, एसीएस अवनीश अवस्थी के हाथरस पहुंचने के बाद हो सकता है कुछ और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो.
हाथरस: पीड़ित परिवार ने बताया, पुलिस ने समझाया मत करना मीडिया पर भरोसा - हाथरस समाचार
13:01 October 03
प्रशासनिक अधिकारियों पर कार्रवाई न होने से उठ रहे सवाल
11:55 October 03
आरोपी लड़के की मां का बयान, मेरे लड़के को फंसाया जा रहा है
गांव पहुंची मीडिया से पीड़िता की मामी ने कहा कि पुलिस ने हमें मारा पीटा नहीं है. हम लोग अपनी मर्जी से घर से बाहर नहीं निकले हैें. उनका कहना है कि मीडिया के आने से पहले पुलिस ने कहा था कि मीडिया पर भरोसा मत करना. उन्होंने यह भी कहा कि लाश हमारे सामने नहींं जलाई गई है. उस वक्त वहां हमारे घर का कोई सदस्य मौजूद नहीं था. वहीं इस घटना के आरोपी की मां का कहना है कि मेरे बेटे को अरेस्ट करवा दिया है. उसे फांसी पर चढ़वा रहे हैं. उसका कोई दोष नहीं है.
11:06 October 03
आरोपी पक्ष ने कहा रुपयों के लिए उन्होंने खुद अपनी बच्ची को मारा
गांव में मीडिया के पहुंचने के बाद आरोपी पक्ष भी सामने आ गया है. उनका कहना है कि हमारे बच्चों को फंसाया जा रहा है. आरोपी पक्ष का कहना है कि 25 लाख रुपए के लिए उन्होंने खुद अपनी बच्ची को मारा है.
10:17 October 03
मीडिया को मिली गैंगरेप पीड़िता के गांव में जाने की अनुमति
हाथरस: गैंगरेप पीड़िता के गांव में जाने के लिए मीडिया को अनुमति दे दी गई है. एसडीएम सदर प्रेम प्रकाश ने बताया कि गांव में एसआईटी जांच पूरी हो चुकी है. इसके चलते मीडिया के प्रवेश पर लगा प्रतिबंध हटा दिया गया है. हालांकि गांव में अभी भी सीआरपीसी की धारा 144 लागू है, ऐसे में 5 से अधिक मीडियाकर्मियों को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है.
13:01 October 03
प्रशासनिक अधिकारियों पर कार्रवाई न होने से उठ रहे सवाल
हाथरस के चंदपा कोतवाली में लड़की से दरिंदगी और उसकी मौत चर्चा का बड़ा विषय है. इस मामले में दोषी मानते हुए पुलिस अधिकारियों के खिलाफ तो कार्रवाई कर दी गई है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों खासकर डीएम के खिलाफ कार्रवाई न होने से तमाम सवाल खड़े हो गए हैं. शनिवार को सुबह भी प्रशासन का तानाशाह पूर्ण रवैया जारी रहा है. लेकिन कुछ देर बाद मीडिया को गांव में अंदर जाने की अनुमति दी गई. मीडिया को गुरुवार से गांव में जाने की पाबंदी थी. कहा जा रहा था कि एसआईटी की जांच प्रभावित न हो इसलिए मीडिया को गांव के अंदर जाने की अनुमति नहीं थी. लेकिन परिवार के लोगों से बात हुई तो पता लगा कि गुरुवार को भी एसआईटी आई थी. उसके बाद शुक्रवार को कोई सदस्य नहीं आया और न ही आज शनिवार को आया है. लखनऊ से अधिकारियों के आने से पहले मीडिया को अंदर जाने की छूट दी गई है. दिल्ली प्रदेश से अखिल भारतीय वाल्मीकि महापंचायत के अध्यक्ष अनिल कुमार अपने साथियों के साथ गांव जाने वाले रास्ते पर बैरियर के पास धरने पर बैठे थे. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए. दोषियों को सजा मिलनी चाहिए. इस मामले में जो अधिकारी शामिल हैं, उन्हें भी जेल होनी चाहिए. लखनऊ से डीजीपी हितेंद्र अवस्थी, एसीएस अवनीश अवस्थी के हाथरस पहुंचने के बाद हो सकता है कुछ और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो.
11:55 October 03
आरोपी लड़के की मां का बयान, मेरे लड़के को फंसाया जा रहा है
गांव पहुंची मीडिया से पीड़िता की मामी ने कहा कि पुलिस ने हमें मारा पीटा नहीं है. हम लोग अपनी मर्जी से घर से बाहर नहीं निकले हैें. उनका कहना है कि मीडिया के आने से पहले पुलिस ने कहा था कि मीडिया पर भरोसा मत करना. उन्होंने यह भी कहा कि लाश हमारे सामने नहींं जलाई गई है. उस वक्त वहां हमारे घर का कोई सदस्य मौजूद नहीं था. वहीं इस घटना के आरोपी की मां का कहना है कि मेरे बेटे को अरेस्ट करवा दिया है. उसे फांसी पर चढ़वा रहे हैं. उसका कोई दोष नहीं है.
11:06 October 03
आरोपी पक्ष ने कहा रुपयों के लिए उन्होंने खुद अपनी बच्ची को मारा
गांव में मीडिया के पहुंचने के बाद आरोपी पक्ष भी सामने आ गया है. उनका कहना है कि हमारे बच्चों को फंसाया जा रहा है. आरोपी पक्ष का कहना है कि 25 लाख रुपए के लिए उन्होंने खुद अपनी बच्ची को मारा है.
10:17 October 03
मीडिया को मिली गैंगरेप पीड़िता के गांव में जाने की अनुमति
हाथरस: गैंगरेप पीड़िता के गांव में जाने के लिए मीडिया को अनुमति दे दी गई है. एसडीएम सदर प्रेम प्रकाश ने बताया कि गांव में एसआईटी जांच पूरी हो चुकी है. इसके चलते मीडिया के प्रवेश पर लगा प्रतिबंध हटा दिया गया है. हालांकि गांव में अभी भी सीआरपीसी की धारा 144 लागू है, ऐसे में 5 से अधिक मीडियाकर्मियों को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है.