ETV Bharat / state

हाथरस: कोटा से लौटे छात्र, 9 घंटे में पूरा हुआ 90 किलोमीटर का सफर

राजस्थान के कोटा के छात्रों को यूपी के फतेहपुर सिकरी से हाथरस पहुंचने में 9 घंटे का सफर तय करना पड़ा. मथुरा डिपो की बस इन्हें फतेहपुर सीकरी से हाथरस करीब शाम 5 बजे लेकर आई थी, जिसमें 4 छात्र हाथरस उतरे थे. बस में इनके अलावा और भी छात्र सवार थे, जिन्हें अलीगढ़, मेरठ और शामली तक पहुंचना था.

मथुरा डिपो की बस इन्हें फतेहपुर सीकरी से हाथरस करीब शाम 5 बजे लेकर आई थी, जिसमें 4 छात्र हाथरस उतरे थे.
9 घंटे में पूरा हुआ 90 किलोमीटर का सफर
author img

By

Published : Apr 20, 2020, 8:54 AM IST

हाथरस: राजस्थान के कोटा में मेडिकल और इंजीनियरिंग की परीक्षा पास करने के लिए वहां कोचिंग कर रहे छात्रों को अपने जिले में जाने की खुशी तो है, लेकिन उन्हें अभी यह नहीं मालूम कि वह अपने घर कब तक पहुंचेंगे. कुछ छात्र रविवार सुबह 7:30 बजे आगरा के फतेहपुर सीकरी पहुंच चुके थे. उन्हें वहां से हाथरस तक की 90 किलोमीटर की दूरी तय करने में 9 घंटे लगे. इन छात्रों को करीब 30 घंटे में एक बार कढ़ी चावल खाने को मिला. इस बस में शामली जिले के भी छात्र सवार थे.


राजस्थान के कोटा में मेडिकल और इंजीनियरिंग की परीक्षा पास करने के लिए वहां कोचिंग कर रहे छात्रों में हाथरस जिले के कुल कितने छात्र हैं, इसका तो पता नहीं. लेकिन जिस स्थान पर इनको क्वारंटाइन किया जाना है, वह छात्रों की संख्या 38 बताई गई है. रविवार शाम 5:00 बजे तक 29 छात्र इस क्वारंटाइन सेंटर क्षेत्र में प्रवेश कर चुके थे.

मथुरा डिपो की बस इन्हें फतेहपुर सीकरी से हाथरस करीब शाम 5 बजे लेकर आई थी, जिसमें 4 छात्र हाथरस उतरे थे. बस में इनके अलावा दो दर्जन छात्र और सवार थे, जिन्हें अलीगढ़, मेरठ और शामली तक पहुंचना था.

बस चालक कमरुद्दीन खान ने बताया कि राजस्थान की बसों ने इन्हें फतेहपुर सीकरी छोड़ा था. वहां से वे इन्हें लेकर आ रहे हैं और शामली तक जाना है. शामली जा रहे एक छात्र दीक्षांत ने बताया कि वह शनिवार रात कोटा से चले थे. रविवार सुबह 7:30 बजे फतेहपुर सीकरी पहुंच गए थे. वहां उन्हें खाने के लिए कढ़ी चावल दिया गया.

वहीं छात्रों के अभिभावकों को अपने बच्चों के अपने शहर आने की तो खुशी है, लेकिन वह उनसे अभी नहीं मिल पा रहे हैं, इस बात का उन्हें अफसोस भी है. उन्हें यह भी नहीं मालूम कि उनके बच्चे घर कब पहुंचेंगे.

ये भी पढ़ें- हाथरस: बिना बैण्ड बाजे के 'एक विवाह ऐसा भी'

हाथरस: राजस्थान के कोटा में मेडिकल और इंजीनियरिंग की परीक्षा पास करने के लिए वहां कोचिंग कर रहे छात्रों को अपने जिले में जाने की खुशी तो है, लेकिन उन्हें अभी यह नहीं मालूम कि वह अपने घर कब तक पहुंचेंगे. कुछ छात्र रविवार सुबह 7:30 बजे आगरा के फतेहपुर सीकरी पहुंच चुके थे. उन्हें वहां से हाथरस तक की 90 किलोमीटर की दूरी तय करने में 9 घंटे लगे. इन छात्रों को करीब 30 घंटे में एक बार कढ़ी चावल खाने को मिला. इस बस में शामली जिले के भी छात्र सवार थे.


राजस्थान के कोटा में मेडिकल और इंजीनियरिंग की परीक्षा पास करने के लिए वहां कोचिंग कर रहे छात्रों में हाथरस जिले के कुल कितने छात्र हैं, इसका तो पता नहीं. लेकिन जिस स्थान पर इनको क्वारंटाइन किया जाना है, वह छात्रों की संख्या 38 बताई गई है. रविवार शाम 5:00 बजे तक 29 छात्र इस क्वारंटाइन सेंटर क्षेत्र में प्रवेश कर चुके थे.

मथुरा डिपो की बस इन्हें फतेहपुर सीकरी से हाथरस करीब शाम 5 बजे लेकर आई थी, जिसमें 4 छात्र हाथरस उतरे थे. बस में इनके अलावा दो दर्जन छात्र और सवार थे, जिन्हें अलीगढ़, मेरठ और शामली तक पहुंचना था.

बस चालक कमरुद्दीन खान ने बताया कि राजस्थान की बसों ने इन्हें फतेहपुर सीकरी छोड़ा था. वहां से वे इन्हें लेकर आ रहे हैं और शामली तक जाना है. शामली जा रहे एक छात्र दीक्षांत ने बताया कि वह शनिवार रात कोटा से चले थे. रविवार सुबह 7:30 बजे फतेहपुर सीकरी पहुंच गए थे. वहां उन्हें खाने के लिए कढ़ी चावल दिया गया.

वहीं छात्रों के अभिभावकों को अपने बच्चों के अपने शहर आने की तो खुशी है, लेकिन वह उनसे अभी नहीं मिल पा रहे हैं, इस बात का उन्हें अफसोस भी है. उन्हें यह भी नहीं मालूम कि उनके बच्चे घर कब पहुंचेंगे.

ये भी पढ़ें- हाथरस: बिना बैण्ड बाजे के 'एक विवाह ऐसा भी'

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.